हिन्दू पूजा-पाठ की रीतियों के अनुसार भगवान की पूजा-अर्चना के लिए उनके चरणों में कुछ अर्पण करना पड़ता है! भले ही कितने सोने-चाँदी के जवाहरात पावँ में रख दो उनके, भगवान को तो बस सच्ची श्रद्धा चाहिए आपकी! ऐसे में अगर फूल भी उनके क़दमों में रखे जाएँ तो वो ख़ुशी-ख़ुशी स्वीकार कर लेंगे! चलिए देखें कौन से भगवान को कौन से फूल अर्पण करने चाहिएँ.
Which flowers are offered to gods and goddesses?: हिन्दू पूजा-पाठ की रीतियों के अनुसार भगवान की पूजा-अर्चना के लिए उनके चरणों में कुछ अर्पण करना पड़ता है! भले ही कितने सोने-चाँदी के जवाहरात पावँ में रख दो उनके, भगवान को तो बस सच्ची श्रद्धा चाहिए आपकी! ऐसे में अगर फूल भी उनके क़दमों में रखे जाएँ तो वो ख़ुशी-ख़ुशी स्वीकार कर लेंगे! चलिए देखें कौन से भगवान को कौन से फूल अर्पण करने चाहिएँ.
गणपति बप्पा को हर किस्म के फूल पसंद हैं सिवाए तुलसी के! बस तुलसी उन्हें अर्पण ना करें और कुछ ख़ास करना ही है तो दूब अर्पण करें! और उस में भी अगर दूब की फुनगी में 3 या 5 पत्तियाँ हों तो फिर बात ही क्या है|
भगवान शिव की पसंद बड़ी ही सरल है! ज़्यादा नखरे नहीं बताये गए उनके| बस ख़ुशबूदार फूल हों, इतना ही काफ़ी है उनके लिए! आप उनके चरणों में चमेली, श्वेत कमल, शमी, धतूरा, खस, गूलर, पलाश, बेलपत्र, केसर, पाटला या नागचंपा चढ़ा सकते हैं!
आम तौर पर जो फूल शिव जी को पसंद हैं, वही फूल माँ पार्वती को भी अर्पित किये जा सकते हैं| सभी लाल फूल और ख़ास तौर पर सफ़ेद सुगन्धित फूल माँ पार्वती के चरणों में चढ़ाये जाने चाहिए
गणपति बप्पा से बिलकुल विपरीत, भगवान विष्णु को तुलसी बेहद पसंद है| चाहे काली तुलसी हो या गौरी तुलसी, दोनों ही उनकी पसंदीदा हैं| इसके अलावा जो फूल उन्हें पसंद हैं वो हैं कमल, बेला, चमेली, गूमा, खैर, शमी, चंपा, मालती और कुंद!
बजरंग बली का डील-डौल देख कर लगता होगा कि क्या प्रभु फूलों में दिलचस्पी रखते होंगे? जी हाँ, रखते हैं और ख़ास तौर पर लाल फूलों का उन्हें शौक़ है! अगर लाल फूल मिल जाएँ तो बहुत बढ़िया वरना कोई भी फूल उनके चरणों में अर्पित कर सकते हैं आप!
यूँ तो भगवान सूर्य को कई फूल चढ़ा सकते हैं लेकिन सबसे ख़ास है आक का फूल! कहते हैं एक आक का फूल चढ़ा दिया तो सोने की 10 अशर्फ़ियों जितना फल मिलता है! लेकिन अगर आप आक का फूल नहीं ढूँढ पा रहे तो ऐसे में कनेर, शमी, नीलकमल, लाल कमल, बेला, मालती और अगस्त्य का फूल चढ़ा सकते हैं| ख़ास ध्यान दीजियेगा कि उन को धतूरा, अपराजिता, अमड़ा और तगर बिलकुल भी अर्पित ना करें!
आक और मदार के फूल अगर किसी देवी को चढ़ाये जा सकते हैं तो वो हैं दुर्गा माँ को! और किसी देवी को ये फूल ना चढ़ाएँ| लेकिन हाँ, दुर्गा माँ के क़दमों में कभी भी दूब ना चढ़ाएँ!