यूपी में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के नेता और योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने बिहार में 153 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। राजभर ने कहा कि उनकी भाजपा नेताओं से बिहार में गठबंधन में लड़ने की बात चल रही थी, लेकिन अब तो घोषणा हो गई।
लखनऊ। यूपी में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के नेता और योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने बिहार में 153 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। राजभर ने कहा कि उनकी भाजपा नेताओं से बिहार में गठबंधन में लड़ने की बात चल रही थी, लेकिन अब तो घोषणा हो गई। सुभासपा नेता ने कहा कि वो 4-5 सीट मिलने और मिलकर लड़ने की उम्मीद में थे, लेकिन बिहार के नेताओं ने भाजपा नेतृत्व को गुमराह किया।
बिहार के उप-चुनाव में जब जरूरत थी तो उनसे मदद के लिए गिड़गिड़ा रहे थे बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल
राजभर ने सोमवार की सुबह मीडिया से बातचीत में कहा कि अब भी अगर उनको एनडीए 4-5 सीट दे दे तो वो गठबंधन के साथ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार के उप-चुनाव में बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल मदद के लिए उनसे गिड़गिड़ा रहे थे। राजभर ने अमित शाह, जेपी नड्डा और विनोद तावड़े का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें कहा गया था कि चुनाव आएगा तो तय कर लेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार की प्रत्येक विधानसभा में प्रजापति, राजभर, रजवार, राजवंशी जैसी जातियों की आबादी 20 हजार से 80 हजार तक है ,लेकिन ये लोग वोट देने की मशीन बन गए हैं। इनके वोट को पासवान की पार्टी कहती है कि हमारा वोट है, मांझी कहते हैं कि हमारा वोट हैं, बीजेपी, आरजेडी और जेडीयू कहती है कि हमारा वोट है। उन्होंने कहा कि हार-जीत से मतलब नहीं है लेकिन इनकी गिनती करने, इनको पहचान देने के लिए चुनाव लड़ेंगे।
52 सीटों पर उम्मीदवार तय कर चुकी पार्टी : ओपी राजभर
ओपी राजभर ने कहा कि ये लोग वोट देने की मशीन बन कर रह गए हैं। इस नाते अब इनकी पहचान कराना, अब वहां के लोगों से बातचीत हुई और उन्होंने कहा कि हमने 10-10 रुपये जुटाकर आप आए, हम लोगों ने 20-25 हजार की रैली की है। आप पर्चा भरवाइए हम लोग वोट देंगे। अब SBSP बिहार चुनाव अपने दम पर लड़ने पर विचार कर रही है। हम एक मोर्चा बनाएंगे और वहां चुनाव लड़ेंगे। पहले फेज में पार्टी अब तक 52 सीटों के लिए उम्मीदवार तय कर चुकी है। हम आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू करने जा रहे हैं। हम 153 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
2022 में इसी तरह बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के मंत्री रहे मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) यूपी चुनाव में अकेले लड़ी थी। सहनी बर्खास्त हुए थे और उनके विधायक भी भाजपा में शामिल हो गए।
ओम प्रकाश राजभर के बेटे और सुभासपा महासचिव अरविंद राजभर ने शनिवार को ही पटना में पार्टी के 50 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। बिहार में सोमवार की शाम एनडीए ने सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया, जिसमें बीजेपी के अलावा जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), लोक जनशक्ति पार्टी – रामविलास (एलजेपी-आर), हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) को सीट मिली है। बीजेपी और जेडीयू 101-101 सीट लड़ेगी। लोजपा-आर को 29, हम और रालोमो को 6-6 सीट मिली है।
जूता मारकर भगा देते हैं : ओपी राजभर
एसबीएसपी चीफ ने आगे कहा कि सभी पार्टियों की निगाहों में हम नहीं है। अभी यह लगता है कि सारी जाति के नेता बना लिए हैं। अब उन्हीं के सहारे जातियों का वोट लेते हैं और हिस्सेदारी देने की बात आती है तो मुकर जाते हैं। फिर वो टुकुर-टुकर ताकते हैं कि हमें एक सीट दे दो। फिर मारकर जूता भगा देते हैं, तुम्हारा अब कोई काम नहीं है। अब इस बार बिहार के लोगों में जागरूकता आई है। लोगों को अशिक्षित बनाकर और गुलाम बनाकर रखा हुआ है।
ओपी राजभर ने कहा कि हम तो चाहते थे कि हमको 4-5 सीट मिल जाए और हम मिलकर चुनाव लड़ें, लेकिन बिहार के नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व को गुमराह किया है। हम भी पर्चा भर देते हैं और फिर हम भी 20 तारीख के बाद निकलते हैं। 20 तारीख के बाद फिर देखना बिहार के लोग चिल्लाना शुरू करेंगे कि ये तो गठबंधन धर्म नहीं निभा रहे हैं। बिहार के लोगों, आप गठबंधन धर्म निभाना नहीं जानते, आपने अपने नेतृत्व को गलत फीडबैक दिया। हम अपने गठबंधन धर्म का पालन करने के लिए तैयार हैं। अगर आप हमें अपने साथ रखना चाहते हैं, तो हमें 4-5 सीटें दें।