1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. जाति जनगणना पर सियासत जारी: मायावती बोलीं-BJP और कांग्रेस के बहुजन-विरोधी चरित्र के कारण ये समाज अभी भी पिछड़ा, शोषित व वंचित

जाति जनगणना पर सियासत जारी: मायावती बोलीं-BJP और कांग्रेस के बहुजन-विरोधी चरित्र के कारण ये समाज अभी भी पिछड़ा, शोषित व वंचित

बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, काफी लम्बे समय तक ना-ना करने के बाद अब केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय जनगणना के साथ जातीय जनगणना भी कराने के निर्णय का भाजपा व कांग्रेस आदि द्वारा इसका श्रेय लेकर खुद को ओबीसी हितैषी सिद्ध करने की होड़, जबकि इनके बहुजन-विरोधी चरित्र के कारण ये समाज अभी भी पिछड़ा, शोषित व वंचित है।

By शिव मौर्या 
Updated Date

लखनऊ। केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना कराने का निर्णय लिया है। केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद जमकर सियासत हो रही है। विपक्षी दल इस फैसले का स्वागत करते हुए श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। अब बसपा सुप्रीमो मायावती का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस एवं भाजपा आदि की अगर नीयत व नीति बहुजन समाज के प्रति पाक-साफ होती तो ओबीसी समाज देश के विकास में उचित भागीदार बन गया होता।

पढ़ें :- गोवा क्लब में पीड़ित परिवार के साथ हर संभव सहायता में खड़ी है दिल्ली सरकार : मनोज तिवारी

बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, काफी लम्बे समय तक ना-ना करने के बाद अब केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय जनगणना के साथ जातीय जनगणना भी कराने के निर्णय का भाजपा व कांग्रेस आदि द्वारा इसका श्रेय लेकर खुद को ओबीसी हितैषी सिद्ध करने की होड़, जबकि इनके बहुजन-विरोधी चरित्र के कारण ये समाज अभी भी पिछड़ा, शोषित व वंचित है।

वैसे भी कांग्रेस एवं भाजपा आदि की अगर नीयत व नीति बहुजन समाज के प्रति पाक-साफ होती तो ओबीसी समाज देश के विकास में उचित भागीदार बन गया होता, जिससे इनके मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का ’आत्म-सम्मान व स्वाभिमान’ का मिशन सफल होता हुआ ज़रूर दिखता।

मायावती ने आगे लिखा, लेकिन बाबा साहेब एवं बीएसपी के अनवरत संघर्ष के कारण ओबीसी समाज आज जब काफी हद तक जागरुक है, तो दलितों की तरह ओबीसी वोटों के लिए ललायित इन पार्टियों में इनका हितैषी दिखने का स्वार्थ व मजबूरी है, अर्थात् स्पष्ट है कि ओबीसी का हित बीएसपी में ही निहित है, अन्यत्र नहीं।

अतः ‘वोट हमारा राज तुम्हारा-नहीं चलेगा’ के मानवतावादी संघर्ष को सही व सार्थक बनाकर अपने पैरों पर खड़े होने का समय करीब है, जिसके लिए कोताही व लापरवाही घातक तथा भाजपा व कांग्रेस आदि पार्टियों पर दलित, ओबीसी समेत बहुजन-हित, कल्याण व उत्थान हेतु भरोसा करना ठीक नहीं है।

पढ़ें :- यूपी पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार को दी मुख्यमंत्री योगी ने बड़ी जिम्मेदारी, बने यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग के चेयरमैन

 

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...