राहु और केतु एक छाया ग्रह है, जिसे वैदिक ज्योतिष और हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। इन दोनों ग्रहों के गोचर से जातक जीवन में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
तुला राशि
तुला राशि के स्वामी शुक्र होते हैं। राहु आपके पंचम घर में बैठेगा और केतु ग्यारहवें घर में लिहाजा आपको जीवन में प्रेम की अनुभूति होगी। इस समय नौकरी और व्यापार दोनों में लाभ का रहेगा। मान सम्मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
मेष राशि
मेष राशि के जातक मंगल ग्रह से रूल होते हैं। इस समय में इस राशि के 11वें घर में राहु और पांचवें घर में केतू की युति से इस राशि वालों के आय के स्त्रोत खुलेंगे, शिक्षा और व्यापार में लाभ होगा, साथ ही ये समय प्रेम संबंधों के लिए भी बेहतर साबित होगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं। मिथुन राशि के जातकों के नवें घर में राहु और तीसरे घर में केतु रहेगा जिससे इस डेढ़ साल में इन्हें कार्यों में सफलता मिलेगी, तरक्की और पदोन्नति के योग बनेंगे, व्यापार में फैलाव होगा।
धनु राशि
धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं, राहु आपके तृतीय घर में होगा और केतु नवम घर में ऐसे में ये समय आपके भाग्योन्नति के लिए सटीक समय रहेगा। आपको परिवार का साथ मिलेगा। रुके हुए कार्यों में सफलता मिलेगी।