केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Union Defense Minister Rajnath Singh) ने दशहरा के मौके पर गुजरात के भुज में शस्त्र पूजा के बाद एक बार फिर पाकिस्तान को चेताया है। ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) का जिक्र कर कहा कि दुनिया जानती है कि भारत की सेनाएं जब चाहें, जहां चाहें और जैसे भी चाहें पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचा सकती हैं।
नई दिल्ली। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Union Defense Minister Rajnath Singh) ने दशहरा के मौके पर गुजरात के भुज में शस्त्र पूजा के बाद एक बार फिर पाकिस्तान को चेताया है। ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) का जिक्र कर कहा कि दुनिया जानती है कि भारत की सेनाएं जब चाहें, जहां चाहें और जैसे भी चाहें पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचा सकती हैं। पाकिस्तान ने लेह से लेकर सर क्रीक के इस इलाके तक भारत के डिफेंस सिस्टम को भेदने की कोशिश की, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
उन्होंने ये भी कहा कि अब पाकिस्तान कोई हिमाकत न करें, वरना उसका भूगोल और इतिहास दोनों बदल जाएंगे। सर क्रीक पर उसे चेताते हुए कहा कि पाकिस्तान को याद रखना चाहिए कि कराची का एक रास्ता क्रीक से होकर गुजरता है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के दौरान हमारी सेनाओं ने दिखा दिया कि भारत की संप्रभुता को चुनौती देने वाली ताकतें, चाहे जहां कहीं भी छिपी हों, हम उन्हें ढूंढ़कर उनका खात्मा करने की शक्ति रखते हैं। दुनिया की कोई भी ताकत हो, यदि वह हमारी संप्रभुता को चुनौती देगी तो भारत चुप नहीं बैठेगा। आज का भारत कहता है कि चाहे आतंकवाद हो या किसी भी तरह की समस्या, हम सबसे निपटने की और जीतने की क्षमता रखते हैं।
विजयादशमी के अवसर पर भुज में शस्त्र पूजा। https://t.co/ZAgnymsNFQ
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 2, 2025
राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि अपने सामर्थ्य के बावजूद हमने संयम का परिचय दिया, क्योंकि हमारी सैन्य कार्रवाई आतंकवाद के विरोध में थी। इसको आगे बढ़ाकर जंग छेड़ना ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) का उद्देश्य नहीं था। मुझे इस बात की खुशी है कि भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के सभी सैन्य उद्देश्यों को पूरा किया। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है।
…तो पाकिस्तान का इतिहास और भूगोल बदल जाएगा
रक्षा मंत्री ने कहा कि आजादी के 78 साल बीत जाने के बावजूद भी सर क्रीक इलाके में सीमा को लेकर एक विवाद खड़ा किया जाता है। भारत ने कई बार बातचीत के रास्ते इसका समाधान करने का प्रयास किया है, मगर पाकिस्तान की नीयत में ही खोट है, उसकी नीयत साफ नहीं है। जिस तरह से हाल में पाकिस्तान की फौज ने सर क्रीक से सटे इलाकों में अपना मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाया है, वह उसकी नीयत बताता है.भारत की सीमाओं की रक्षा भारतीय सेनाएं और बीएसएफ (BSF) मिलकर मुस्तैदी से कर रही हैं। अगर सर क्रीक इलाके में पाकिस्तान की ओर से कोई भी हिमाकत की गई तो उसे ऐसा करारा जबाव मिलेगा कि इतिहास और भूगोल दोनों बदल जाएगा।
1965 की जंग में भारत की सेना ने लाहौर तक पहुंचने का दिखाया था सामर्थ्य
राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने पाकिस्तान को याद दिलाते हुए कहा कि 1965 की जंग में भारत की सेना ने लाहौर तक पहुंचने का सामर्थ्य दिखाया था। आज 2025 में पाकिस्तान को याद रखना चाहिए कि कराची का एक रास्ता क्रीक से होकर गुजरता है।