देश में कारों बिक्री अच्छी गति से ऊपर की ओर जा रही है। अगर आप भी रोजाना कार चलाकर ऑफिस जाते हैं या फिर किसी काम के लिए कार का इस्तेमाल करते हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है। बता दें कि हाल ही में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट को जानकर आपकी चिंता बढ़ सकती है।
नई दिल्ली। देश में कारों बिक्री अच्छी गति से ऊपर की ओर जा रही है। अगर आप भी रोजाना कार चलाकर ऑफिस जाते हैं या फिर किसी काम के लिए कार का इस्तेमाल करते हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है। बता दें कि हाल ही में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट को जानकर आपकी चिंता बढ़ सकती है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कार की वजह से कैंसर समेत कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
कारों में पाया गया खतरनाक केमिकल
बता दें कि अमेरिका के वैज्ञानिकों ने ये रिसर्च की है। रिसर्च का समय 2015 से 2022 तक रहा और इस दौरान लगभग 100 कारों का अध्ययन किया गया। वैज्ञानिकों ने रिसर्च में कार के केबिन की हवा की गुणवत्ता की जांच की। वैज्ञानिकों ने रिसर्च में पाया कि 99 फीसदी कारों में रिटाडेंट नाम का एक खतरनाक केमिकल पाया गया। ये केमिकल कैंसर पैदा करने वाला पदार्थ है। ये केमिकल कैंसर के साथ न्यूरो और प्रजनन की समस्या पैदा कर सकता है।
जानलेवा साबित हो सकता है केमिकल
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये केमिकल कार के अंदरुनी पार्ट्स जैसे- कार की सीट, दरवाजे और डैशबोर्ड पर पाया जाता है। ये केमिकल हवा में घुलकर इंसानों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसे में अगर इंसान इस केमिकल के संपर्क में ज्यादा समय तक रहेंगे तो ये केमिकल धीरे-धीरे शरीर में जमने लगेगा। इस वजह से कैंसर का खतरा हो सकता है।
फिलहाल ये रिसर्च शुरुआती लेवल पर जारी है। ऐसे में कार से होने वाले कैंसर का खतरा कितना है, ये अभी तक साफ नहीं है। रिपोर्ट में ये जरूर बताया गया है कि कार में ज्यादा समय तक रहने वाले लोग जैसा- टैक्सी ड्राइवर और ट्रक ड्राइवर आदि। ये लोग कार में अधिक समय बिताते हैं, इस वजह से इन लोगों को कार से होने वाले कैंसर का खतरा ज्यादा है।
बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
कार में अधिक समय बिताने से बचें।
कार चलाते वक्त खिड़कियों को खोलकर रखें।
गर्मी के दौरान एयर कंडीशनर का इस्तेमाल कम करें।
किसी लंबी राइड के दौरान थोड़ी-थोड़ी देर में ताजी हवा लें।
कार को समय-समय पर साफ करते रहें।
ज्यादा परेशानी लगने पर मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं।