स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा कि कहा, आज तो अभी केवल बिहार में जातिवार जनगणना हुई है, पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी सहित सभी यथास्थितिवादी ताकतें मानसिक दिवालियेपन का शिकार होकर अनर्गल बयानबाजी व कुतर्क कर रहे हैं। जबकि सच तो यह है कि इन्हीं आदिवासी, दलित व पिछड़ी जातियों को हजारों साल तक धन, धरती, शिक्षा, सम्मान से वंचित कर इन्हे सबसे ज्यादा गरीब, लाचार और मजबूर बनाया गया।
लखनऊ। बिहार में हुई जाति आधारित गणना की रिपोर्ट को सोमवार जारी कर दिया गया। इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद देश की राजनीति में सियासी उबाल आ गया है। सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष के नेताओं की भी प्रतिक्रिया आ रही है। अब सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने इसको लेकर सरकार को घेरा है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि, देश में जब-ज़ब दलित, आदिवासी व पिछड़े अपने सम्मान-स्वाभिमान, अधिकार व हिस्सेदारी की बात करते हैं, तब-तब मनुवादी ताकतें हिन्दू, धर्म, मंदिर व कमण्डल की बात उठाकर इनके हितों को नकारने की कोशिश करते हैं।
साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा कि कहा, आज तो अभी केवल बिहार में जातिवार जनगणना हुई है, पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी सहित सभी यथास्थितिवादी ताकतें मानसिक दिवालियेपन का शिकार होकर अनर्गल बयानबाजी व कुतर्क कर रहे हैं। जबकि सच तो यह है कि इन्हीं आदिवासी, दलित व पिछड़ी जातियों को हजारों साल तक धन, धरती, शिक्षा, सम्मान से वंचित कर इन्हे सबसे ज्यादा गरीब, लाचार और मजबूर बनाया गया।
उन्होंने कहा,क्या इस 90% SC, ST, OBC की गरीबी व लाचारी मोदी जी व भारतीय जनता पार्टी तथा मनुवादी ताकतों को नहीं दिखाई पड़ रही है? मोदी जी, आपके गरीबी शब्द का अर्थ देश की जनता ने लिटरल इंट्री के नाम पर बनाये गए 340 आईएएस की सूची को देखकर समझ लिया है, जिसमे सभी भर्ती होने वाले केवल ऊँची जाति के हैं, एक भी ST, SC, OBC का व्यक्ति सम्मिलित नहीं है। कम से कम अब तो लोगों के आंखों में धूल मत झोकिये।