भगवान भोलेनाथ के प्रिय सावन मास में श्रद्धालु शिवालयों में शिवलिंग पर जल चढ़ाकर भोलेनाथ को प्रसन्न करते हैं।
Sawan First Monday Vrat 2025 : भगवान भोलेनाथ के प्रिय सावन मास में श्रद्धालु शिवालयों में शिवलिंग पर जल चढ़ाकर भोलेनाथ को प्रसन्न करते हैं। इस दौरान लाखों श्रद्धालु कांवड़ यात्रा निकालते हैं और पवित्र गंगा जल से शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं। श्रद्धालु इस माह में पड़ने वाले सोमवार के दिन व्रत भी रखते हैं। मान्यता है इससे बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है।
इस साल सावन का पवित्र महीना 11 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है जिसका समापन 9 अगस्त को होगा। आइये जानते है इस साल श्रावण मास में कांवड़ जल कब चढ़ाया जाएगा।
सावन माह का पहला सोमवार व्रत 14 जुलाई को रखा जाएगा। सावन में पड़ने वाले सोमवार के दिन का महत्व कई गुणा बढ़ जाता है।
पूजा का शुभ मुहूर्त
सावन के पहले सोमवार पर पूजा के लिए सबसे शुभ मुहूर्त 11:38 AM से 12:32 PM तक रहेगा। हालांकि भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में भी की जा सकती है। वहीं शुभ योग की बात करें तो, सावन के पहले सोमवार पर त्रिपुष्कर योग भी रहेगा।
माँ पार्वती की आरती
सावन के पहले सोवार के दिन घी का दीपक जलाया जाता है।
सावन सोमवार व्रत की कथा सुनी जाती है।
भगवान शिव और माँ पार्वती की आरती की जाती है।
शिव चालीसा का पाठ
व्रत के दौरान, भक्त सात्विक भोजन खाते हैं और अनाज, चावल और दाल से परहेज करते हैं।
सावन के पहले सोमवार के दिन शिव चालीसा का पाठ करना और शिव पुराण जैसे धर्म ग्रंथों को पढ़ना चाहिए।