सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। सोमवार को पड़ने के कारण् इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
Somvati Amavasya 2025 Upay : सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। सोमवार को पड़ने के कारण् इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ् और माता पार्वती को समर्पित है। इस दिन शिव परिवर की पूजा का विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन पितरों का पिंडदान और तर्पण करने से पितृ दोष से छुटकारा मिलता है. इसके अलावा सोमवती अमावस्या के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है। आइये जानते है सोमवती अमावस्या के दिन भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए किन उपायों को करना फलदायी होता है।
इस बार ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि सोमवार के दिन पड़ रही है। ऐसे में यह सोमवती अमावस्या कहलाएगी। वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि 26 मई को पड़ रही है। यह तिथि भगवान शिव की कृपा पाने के बहुत ही उत्तम मानी जाती है।
सोमवती अमावस्या के उपाय
दान
इस दिन पर गरीबों को भोजन कराएं और अपनी क्षमता के अनुसार दान आदि करें। ऐसा करने से महादेव प्रसन्न होते हैं।
दीपक जलाना
सोमवती अमावस्या के दिन, घर, नदी, मंदिर और पितरों की तस्वीर के पास दीपक जलाना शुभ माना जाता है। खासकर, पीपल के पेड़ पर दीपक जलाने से पितृ प्रसन्न होते हैं। साथ ही, घर के मुख्य द्वार पर तिल के तेल का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी का आगमन होता है।
गाय की सेवा करना
घर में साफ-सफाई करना, गाय की सेवा करना और पितरों का तर्पण करना शुभ माना जाता है।