आयुर्वेद में कई ऐसे पौधे हैं जिनका इस्तेमाल औषधीयों को बनाने में किया जाता है उन्ही में से एक है छुईमुई का पौधा। इसे पौधे को छूते ही यह मुरझा जाता है इसलिए इसे छुईमुई कहा जाता है। इसे लाजवंती का पौधा भी कहते है। इसकी पत्तियों को हाथ लगाते ही मुरझा जाती है और थोड़ी देर बाद खुद ब खुद पहले जैसी हो जाती है।
Benefits of Mimosa plant: आयुर्वेद में कई ऐसे पौधे हैं जिनका इस्तेमाल औषधीयों को बनाने में किया जाता है उन्ही में से एक है छुईमुई का पौधा। इसे पौधे को छूते ही यह मुरझा जाता है इसलिए इसे छुईमुई कहा जाता है। इसे लाजवंती का पौधा भी कहते है। इसकी पत्तियों को हाथ लगाते ही मुरझा जाती है और थोड़ी देर बाद खुद ब खुद पहले जैसी हो जाती है।
विशेषज्ञों के अनुसार इस पौधे की जड़ का पाउडर बनाकर उपयोग करने से खांसी से छुटकारा मिलता है। इतना ही नहीं इससे गले के टॉन्सिल्स भी सही होते है।
अगर छुईमुई के पत्तियों का इस्तेमाल किया जाए तो इससे बलगम, खांसी, जुकाम में आराम मिलती है। छुईमुई की पत्तियों को सुबह चबा सकते है। वहीं अगर इसकी जड़ और पत्तियों को पीसकर पेस्ट चेहरे पर लगाया जाए तो स्किन में कसाव आता है। इसका काढ़ा पीने से पाइल्स और ब्ली़डिंग में आराम मिलती है।