कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, LPG गैस सिलेंडर की ही कमी रह गई थी, मोदी जी…इस बार तो महंगाई का चाबुक “उज्जवला” की ग़रीब महिलाओं की बचत पर भी चल गया। लूट, वसूली, हेराफेरी…सब मोदी सरकार के पर्याय बन चुके हैं।
LPG Price Hike: महंगाई के मोर्च पर आम जनता को एक और बड़ा झटका लगा है। केंद्र सरकार ने एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में 50 रुपये की वृद्धि कर दी है। बढ़े हुए दाम उज्जवला योजना के तहत मिलने वाले सिलेंडर पर भी लागू होगा। केंद्र सरकार के इस फैसले का विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने विरोध शुरू कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने एलपीजी सिलेंडर के दाम बढ़ने पर सरकार को घेरा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, LPG गैस सिलेंडर की ही कमी रह गई थी, मोदी जी…इस बार तो महंगाई का चाबुक “उज्जवला” की ग़रीब महिलाओं की बचत पर भी चल गया। लूट, वसूली, हेराफेरी…सब मोदी सरकार के पर्याय बन चुके हैं।
वाह मोदी जी वाह !!
मई 2014 के मुक़ाबले अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की क़ीमत में 41% की गिरावट आई है, पर आपकी लुटेरी सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल के दाम कम करने के बजाय, ₹2-₹2 Central Excise Duty बढ़ा दी है
टैरिफ़ नीति पर कुंभकर्णी नींद से शेयर बाज़ार में छोटे-बड़े निवेशकों का एक…
पढ़ें :- International Women's Day : राहुल गांधी ने "आधी आबादी" को सम्मान देते हुए लिखा संदेश, बोले- महिलाएं हमारी समाज की हैं रीढ़
— Mallikarjun Kharge (@kharge) April 7, 2025
इससे पहले उन्होंने पेट्रोल डीजल पर Excise Duty बढ़ाए जाने पर सरकार को घेरा था। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि, वाह मोदी जी वाह!! मई 2014 के मुक़ाबले अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की क़ीमत में 41% की गिरावट आई है, पर आपकी लुटेरी सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल के दाम कम करने के बजाय, ₹2-₹2 Central Excise Duty बढ़ा दी है
उन्होंने आगे लिखा था कि, टैरिफ़ नीति पर कुंभकर्णी नींद से शेयर बाज़ार में छोटे-बड़े निवेशकों का एक झटके में ₹19 लाख करोड़ स्वाहा होने से आपको चैन नहीं मिला होगा, इसलिए आपकी सरकार जले पर नमक छिड़कने आ गई !
बता दें कि, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, एलपीजी के प्रति सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की वृद्धि होगी। 500 से यह 550 (PMUY लाभार्थियों के लिए) हो जाएगा और अन्य के लिए यह 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये हो जाएगा। यह एक ऐसा कदम है जिसकी हम आगे बढ़ने के साथ समीक्षा करेंगे। हम हर 2-3 सप्ताह में इसकी समीक्षा करते हैं। इसलिए आपने जो पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में वृद्धि देखी है, उसका बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा।