रोजगार अधिकार अभियान की वर्चुअल मीटिंग में 5 हजार परिषदीय विद्यालयों के विलय व पेयरिंग के मुद्दे को लेकर लिए गए प्रस्ताव में कहा गया कि हाईकोर्ट ने विलय व पेयरिंग के आदेश पर रोक नहीं लगाई है, लेकिन कहीं से भी हाईकोर्ट का यह फैसला स्कूलों को बंद करने की किसी नीति को वैधता प्रदान नहीं करता है।
लखनऊ। रोजगार अधिकार अभियान की वर्चुअल मीटिंग में 5 हजार परिषदीय विद्यालयों के विलय व पेयरिंग के मुद्दे को लेकर लिए गए प्रस्ताव में कहा गया कि हाईकोर्ट ने विलय व पेयरिंग के आदेश पर रोक नहीं लगाई है, लेकिन कहीं से भी हाईकोर्ट का यह फैसला स्कूलों को बंद करने की किसी नीति को वैधता प्रदान नहीं करता है और न ही इस निर्णय के आलोक में सरकार मनमाने ढंग से स्कूलों को बंद कर सकती है। बल्कि हाईकोर्ट के आदेश में यह भी स्पष्ट किया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी की जिम्मेदारी है कि वह आरटीई एक्ट 2009 के 21 ए के अंतर्गत 6-14 साल के बच्चों को निशुल्क व अनिवार्य शिक्षा सुनिश्चित करे।
प्रस्ताव में आगे कहा गया कि उत्तर प्रदेश में गत 8 वर्षों से बेसिक शिक्षा बदहाली की ओर अग्रसर है।हालात यह है कि 5695 विद्यालय महज एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। परिषदीय विद्यालयों में न सिर्फ शिक्षक अपर्याप्त हैं बल्कि न्यूनतम बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। इसके अलावा शिक्षकों पर अशैक्षणिक कामों का अतिरिक्त बोझ लाद दिया गया है। तमाम अव्यावहारिक नीतियां और नौकरशाही का अनावश्यक हस्तक्षेप है। अगर उपयुक्त नीति निर्माण हो और सरकार के उपलब्ध संसाधनों व इंफ्रास्ट्रक्चर का बेहतर उपयोग किया जाए तो परिषदीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जा सकती है जोकि निजी स्कूलों से कमतर न हो। ज्ञातव्य हो कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्रदेश में बेसिक शिक्षा में सृजित पदों की संख्या 759828 थी जबकि आज कुल सृजित पद 579754 हैं उसमें भी 126490 पद रिक्त हैं। गत वर्ष संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले दो शैक्षिक सत्रों में 1.39 लाख शिक्षकों के पदों को खत्म किया गया है।
सरकार से मांग की गई कि आरटीआई अधिनियम का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। परिषदीय विद्यालयों को मजबूत बनाया जाए और शिक्षकों के रिक्त पदों को तत्काल भरा जाए। वर्चुअल मीटिंग में रोजगार अधिकार अभियान के कोआर्डिनेटर राजेश सचान, झारखंड से बादल सिंह, युवा भारत के उमेश, यूपी कोआर्डिनेटर सुरेन्द्र पांडेय, युवा मंच से जय प्रकाश यादव,लखनऊ से पूजा विश्वकर्मा व जैनुल आबेदीन, प्रयागराज से अर्जुन प्रसाद, वाराणसी से राज कुमार गुप्ता,तकनीकी संवर्ग के प्रतिनिधि. आर बी पटेल, सोनभद्र से सविता गोंड व रूबी सिंह, परिवर्तन कामी छात्र संगठन से कैलाश चंद्र, लखीमपुर खीरी से जमशेद अली के अलावा राजकुमारी गोंड, शिवा मार्को, अभिषेक कुमार, जुगनू सिंह, ललित सिंह, कृपा शंकर आदि शामिल रहे।