अपनी झीलों और उद्यानों की सुरम्य पृष्ठभूमि के साथ भोपाल थीमैटिक गार्डन, तकनीकी सत्रों, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और राज्य भर में पर्यटन अनुभवों के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करेगा।
भोपाल : वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ रोज़ सोसायटीज़ द्वारा 21वाँ वर्ल्ड रोज़ कंवेन्शन 2028 में भोपाल में आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन में दुनिया भर के 700 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मिलित होंगे। अपनी झीलों और उद्यानों की सुरम्य पृष्ठभूमि के साथ भोपाल थीमैटिक गार्डन, तकनीकी सत्रों, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और राज्य भर में पर्यटन अनुभवों के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करेगा।
जापान के फुकुयामा शहर में आयोजित हुए 20वें वर्ल्ड रोज़ कन्वेंशन में इसकी आधिकारिक घोषणा हुई। जिसमें भारत का प्रतिनिधित्व मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड ने किया। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने किया। समारोह में वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ रोज़ सोसायटीज़ के नए अध्यक्ष सुशील प्रकाश बनाए गए। वे पहले भारतीय हैं जो डब्ल्यूएफआरएस के अध्यक्ष के रूप में चुने गए हैं।
इस अवसर पर जापान के फुकुओका शहर में इंडियन कौंसल जनरल रामकुमार के साथ एमपीटीबी के डिप्टी डायरेक्टर विवेक जूड, ट्रेवल इंडिया टूर्स के महेंद्र प्रताप सिंह और मध्यप्रदेश रोज़ सोसायटी के 14 सदस्य उपस्थित थे। कंवेन्शन के समापन समारोह में प्रमुख सचिव श्री शुक्ला को डब्ल्यूएफआरसी द्वारा आतिथ्य का अधिकार प्रदान करते हुए सम्मान पूर्वक ध्वज सौंपा गया। समारोह में ऑस्ट्रेलिया, जापान, फिनलैंड, यूनाइटेड किंगडम, यूरोप, दक्षिण कोरिया और कई अन्य देशों के 500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। राज्यपाल मंगुभाई पटेल मध्यप्रदेश रोज़ सोसायटी के मुख्य संरक्षक हैं।
क्या है वर्ल्ड रोज़ कंवेन्शन
वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ रोज़ सोसायटीज़ द्वारा हर तीन साल में दुनिया के अलग–अलग देशों में वर्ल्ड रोज़ कंवेन्शन का आयोजन किया जाता है। इस कंवेन्शन में दुनिया भर के गुलाब प्रेमी, विशेषज्ञ और आगंतुक एक शहर में जुटते हैं। 20वां वर्ल्ड रोज़ कंवेन्शन जापान के फुकुयामा शहर में 18 से 24 मई 2025 में आयोजित किया गया। इसके आतिथ्य का अवसर जापान रोज़ सोसायटी को प्राप्त हुआ। गुलाब की खेती, गमले में रोपण तकनीक, मिट्टी विज्ञान और बागवानी नवाचार पर केंद्रित प्रदर्शनियां, विशेषज्ञों के व्याख्यान और कार्यशालाओं का आयोजन हुआ। इसी क्रम में तीन वर्ष बाद 2028 में भोपाल, मध्यप्रदेश में इसका आयोजन होगा।