यूपी की भाजपा सरकार में मंत्री व विधायक और ब्यूरोक्रेसी के बीच तनातनी की खबरें आए दिन मीडिया की सुर्खियां बनती हैं। इसी क्रम में नया नाम लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल (Lucknow Mayor Sushma Kharkwal) का जुड़ गया है।
लखनऊ। यूपी की भाजपा सरकार में मंत्री व विधायक और ब्यूरोक्रेसी के बीच तनातनी की खबरें आए दिन मीडिया की सुर्खियां बनती हैं। इसी क्रम में नया नाम लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल (Lucknow Mayor Sushma Kharkwal) का जुड़ गया है।

मेयर नगर आयुक्त गौरव कुमार (Municipal Commissioner Gaurav Kumar) से कार्यशैली से नाराज है। सोशल मीडिया पर वायरल पत्र से साफ हो रहा है कि नगर आयुक्त सारे फैसले खुद ही कर रहे हैं और उन्हें हाशिए पर डाल दिया गया है। नगर निगम के कार्यक्रम में न बुलाने से नाराज मेयर सुषमा खर्कवाल ने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है। मेयर ने प्रोटोकॉल का हवाला देकर नगर आयुक्त गौरव कुमार से पूछा और जवाब मांगा है।
कार्य आवंटित में राय मशवरा क्यों नहीं लिया गया? बता दे कि मेयर ने पूछा है कि सेवानिवृत्त कर्मियों के कार्यक्रम में क्यों नहीं बुलाया? मेयर सुषमा खर्कवाल के पत्र से नगर निगम में हड़कंप मचा हुआ है। इस पत्र के वायरल होते ही मेयर-नगर आयुक्त में एक बार फिर विवाद सामने आ गया है। मेयर ने 4 अगस्त अपराह्न तक जवाब मांगा है। मेयर सुषमा खर्कवाल ने पूछा है कि बताएं, इन मामलों में मेरी आवश्यकता थी या नहीं?”