भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला समेत चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर Axiom-4 मिशन आज दोपहर 12:01 बजे रवाना हुआ। यह मिशन चारों अंतरिक्ष यात्रियों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की ओर लेकर जा रहा है। कई बार लॉन्चिंग को टाले जाने के बाद आज दोपहर 12:01 बजे आईएसएस की ओर रवाना हुआ।
Axiom-4: भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला समेत चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर Axiom-4 मिशन आज दोपहर 12:01 बजे रवाना हुआ। यह मिशन चारों अंतरिक्ष यात्रियों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की ओर लेकर जा रहा है। कई बार लॉन्चिंग को टाले जाने के बाद आज दोपहर 12:01 बजे आईएसएस की ओर रवाना हुआ।
इस मिशन में भारत के शुभांशु शुक्ला, एन मैक्लेन, निकोल आयर्स और पैगी व्हिटसन शामिल हैं। यह चारों यात्री लो-अर्थ ऑर्बिट में जाएंगे और ISS के हार्मनी मॉड्यूल के स्पेस फेसिंग पोर्ट पर डॉक करेंगे। डॉकिंग गुरुवार शाम 4:30 बजे (IST) होने की उम्मीद है।
शुभांशु शुक्ला इस मिशन में पायलट के तौर पर आईएसएस भेजे गए हैं। यानी जिस ड्रैगन कैप्सूल के जरिए एक्सिओम-4 मिशन को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) रवाना किया गया है, शुभांशु उसको गाइड करने (नैविगेशन) में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यहां स्पेसक्राफ्ट को आईएसएस पर डॉक कराने से लेकर अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित पहुंचाने तक की जिम्मेदारी शुभांशु के ही कंधों पर ही है। इसके अलावा अगर यह कैप्सूल किसी तरह की दिक्कत में आता है तो शुभांशु के पास ही यान का कंट्रोल और आपात फैसले लेने की जिम्मेदारी है।
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा कि नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों! क्या सफर है! हम 41 साल बाद एक बार फिर अंतरिक्ष में वापस पहुंच गए हैं। कमाल का सफर था। यह एक अद्भुत सफर है। हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं। मेरे कंधों पर मेरे साथ मेरा तिरंगा है, जो मुझे बताता है कि मैं आप सभी के साथ हूं। मेरी यह यात्रा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा की शुरुआत नहीं है, बल्कि भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है। मैं चाहता हूं कि आप सभी इस यात्रा का हिस्सा बनें। आपका सीना भी गर्व से चौड़ा होना चाहिए… आइये, हम सब मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करें। जय हिंद! जय भारत!