भुट्टा खाते समय कभी न कभी इसके अंदर मौजूद बालों पर नजर जरुर पड़ी होगी। भुट्टा खाते समय आमतौर पर इससे बालों और छिलकों को हटा दिया जाता है। पर क्या आप जानते है भुट्टे के जिन बालों को हम वेस्ट समझ कर फेंक देते है दरअसल इसमें पोषक तत्वों का खजाना छिपा होता है।
Benefits of corn hair: भुट्टा खाते समय कभी न कभी इसके अंदर मौजूद बालों पर नजर जरुर पड़ी होगी। भुट्टा खाते समय आमतौर पर इससे बालों और छिलकों को हटा दिया जाता है। पर क्या आप जानते है भुट्टे के जिन बालों को हम वेस्ट समझ कर फेंक देते है दरअसल इसमें पोषक तत्वों का खजाना छिपा होता है।
भुट्टे के बाल (corn hair) को आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में किडनी को साफ करने और पथरी निकालने के लिए उपयोगी माना गया है। यह एक प्रभावी घरेलू उपाय है, जो किडनी को डिटॉक्स करता है और मूत्र संबंधी समस्याओं में मदद करता है।
भुट्टे के बाल (corn hair) में डाययूरेटिक (मूत्रवर्धक) गुण होते हैं, जो मूत्र की मात्रा को बढ़ाते हैं। इससे किडनी में मौजूद विषाक्त पदार्थ और पथरी आसानी से बाहर निकल सकते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो किडनी और मूत्र मार्ग में सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
इतना ही नहीं भुट्टे के बाल (corn hair) यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन को ठीक करने में सहायक हैं। यह मूत्र मार्ग को साफ करता है और संक्रमण से बचाता है। यह किडनी स्टोन को धीरे-धीरे गलाने और मूत्र के जरिए बाहर निकालने में मदद करता है।
भुट्टों के बालों (corn hair) का इस्तेमाल करने के लिए आप इसकी चाय बनाकर पी सकते है। इसके लिए 1-2 चम्मच ताजे या सूखे भुट्टे के बाल लें। एक कप पानी में उबालें।
5-10 मिनट तक उबलने के बाद इसे छान लें। इसमें शहद या नींबू मिलाकर पिएं। दिन में 2-3 बार सेवन करें। इसके अलावा भुट्टे के बाल को रातभर पानी में भिगोकर रखें। सुबह इस पानी को छानकर खाली पेट पी सकते हैं। आप भुट्टे के बालों का सूप बनाकर पी सकते है। आप इसमें सब्जियों का भी इस्तेमाल कर सकती है।
ध्यान रहे कि अधिक मात्रा में भुट्टे के बाल (corn hair) का इस्तेमाल न करें, क्योंकि यह अत्यधिक मूत्रवर्धक हो सकता है। यदि आप गर्भवती हैं या कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, तो इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
पथरी की स्थिति गंभीर होने पर केवल घरेलू उपायों पर निर्भर न रहें, डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। भुट्टे के बाल (corn hair) एक प्राकृतिक उपचार है, जो किडनी की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करता है। नियमित उपयोग से किडनी डिटॉक्स होती है, पथरी का खतरा कम होता है और मूत्र मार्ग साफ रहता है। हालांकि, इसे संतुलित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से ही उपयोग करना सबसे बेहतर है।