Pahalgam terror attack Row: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर दिया था। इस हमले के बाद कश्मीरी नागरिक पर आतंकियों के साथ मिलीभगत के आरोप भी लगे। जिसका असर अब देखने को मिल रहा है, पर्यटकों के बॉयकॉट के चलते कश्मीर में टैक्सी ड्राइवरों, होटल मालिकों और टट्टू मालिकों के व्यवसाय पर बुरा असर पड़ा है। इस बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने पर्यटकों से आने की अपील की है।
Pahalgam terror attack Row: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर दिया था। इस हमले के बाद कश्मीरी नागरिक पर आतंकियों के साथ मिलीभगत के आरोप भी लगे। जिसका असर अब देखने को मिल रहा है, पर्यटकों के बॉयकॉट के चलते कश्मीर में टैक्सी ड्राइवरों, होटल मालिकों और टट्टू मालिकों के व्यवसाय पर बुरा असर पड़ा है। इस बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने पर्यटकों से आने की अपील की है।
जानकारी के अनुसार, आर्थिक संकट के बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ पहलगाम में विशेष कैबिनेट बैठक के लिए पहलगाम क्लब और कन्वेंशन सेंटर पहुंचा हैं। इस दौरान नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा, ‘इस साल हमें उम्मीद थी कि करोड़ों लोग आएंगे और हमारे पास उन्हें ठहराने के लिए कोई जगह नहीं है। लेकिन दुर्भाग्य से, निर्दोष लोगों को मारने वालों ने यह नहीं देखा कि क्या होगा (टैक्सी ड्राइवरों, होटल मालिकों, टट्टू मालिकों के साथ)।’
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख ने आगे कहा, ‘हम भगवान द्वारा दी गई सुंदरता को बेचते हैं और जीविकोपार्जन करते हैं। जो कुछ हुआ उससे हम बहुत दुखी हैं। कृपया वापस आएं, हम आपका (पर्यटकों का) इंतज़ार कर रहे हैं। “भोलेनाथ” भी आपका इंतज़ार कर रहे हैं क्योंकि अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है।’ आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए सर्वदलीय डेलिगेशन के विदेशी दौरे को लेकर उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने (विभिन्न देशों में) प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं। वे यह संदेश दें कि हम शांति चाहते हैं और हम युद्ध के पक्ष में नहीं हैं। निर्दोष लोगों की हत्या बंद होनी चाहिए।’