बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन एक दूसरे के आमने सामने हैं। इसके साथ ही, प्रशांत किशोर की जनसुराज और पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी भी चुनावी मैदान में है। पशुपति पास ने कहा कि, महागठबंधन के साथ गठबंधन करने की कोशिश की लेकिन गठबंधन साकार नहीं हुआ।
Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन एक दूसरे के आमने सामने हैं। इसके साथ ही, प्रशांत किशोर की जनसुराज और पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (Rashtriya Lok Janshakti Party) भी चुनावी मैदान में है। पशुपति पास ने कहा कि, महागठबंधन के साथ गठबंधन करने की कोशिश की लेकिन गठबंधन साकार नहीं हुआ। ऐसे में हमने तय किया कि, हम अकेले चुनाव लड़ेंगे। हमलोगों ने पहले चरण की 33 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं।
पशुपति पारस (Pashupati Paras) ने कहा कि, 2005 में हमारी पार्टी ने अकेले बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा था। 29 सीटों पर हमलोगों ने जीत हासिल की थी। इस बार भी हम लोगों ने महागठबंधन के साथ गठबंधन करने का प्रयास किए लेकिन गठबंधन नहीं हो सका। हमारा संगठन पूरे बिहार में है। हमारा दलित सेना पूरे बिहार में है। इस बार हमारी पार्टी ने फैसला लिया है कि, हम लोग अकेले चुनाव लड़ेंगे। पहले चरण में हम लोगों ने 33 अपने कार्यकर्ताओं को प्रत्याशी बनाया। इसमें छह महिलाओं को टिकट दिया है। हम लोगों ने बिहार के जातीय समीकरण का पूरा ख्याल रखना है। मुझे उम्मीद है की प्रथम चरण के चुनाव परिणाम में हमारी संख्या काफी अच्छी रहेगी।
इसके साथ ही, कई सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार आमने-सामने हो गए हैं। इस सवाल पर पशुपति पारस ने कहा कि, इसका मतलब स्पष्ट है कि, उम्मीदवारों का चयन गलत किया गया है। एक तरफ आप गठबंधन की बात करते हो और दूसरी तरफ दोस्ताना संघर्ष की बात करते हो। लालगंज, वैशाली समेत कई जगहों पर दोस्ताना संघर्ष हो रहा है। यह गठबंधन के लिए अच्छी बात नहीं है। पशुपति पारस ने स्पष्ट कहा की कि हम लोगों को सभी जाति धर्म के लोग वोट करेंगे और हमारी जीत होगी।