बीएमडब्ल्यू अपनी बाइक्स के लिए ऑटोमेटेड शिफ्ट असिस्टेंट (ASA) तकनीक लेकर आई है। इस तकनीक से बाइक सवार को गियर बदलते समय और रुकते समय मैन्युअल रूप से क्लच का उपयोग करने की जरूरत खत्म हो जाएगी।
BMW ASA : बीएमडब्ल्यू अपनी बाइक्स के लिए ऑटोमेटेड शिफ्ट असिस्टेंट (ASA) तकनीक लेकर आई है। इस तकनीक से बाइक सवार को गियर बदलते समय और रुकते समय मैन्युअल रूप से क्लच का उपयोग करने की जरूरत खत्म हो जाएगी। ऑटोमेटेड शिफ्ट असिस्टेंट में 2 इलेक्ट्रोमैकेनिकल एक्चुएटर्स, 6-स्पीड ट्रांसमिशन के क्लच और गियर शिफ्ट को स्वचालित करते हैं। क्लच को मैन्युअल रूप से संचालित करने के लिए हैंड लीवर की कोई आवश्यकता नहीं है।
‘ऑटो’ मोड
BMW का यह नया सिस्टम मौजूदा मैनुअल गियरबॉक्स को बदलने के बजाय उसका पूरक है।
कंपनी का दावा है कि यह ASA तकनीक एक ऑटोमैटिक क्लच और गियर शिफ्टिंग तंत्र का उपयोग करके सवारी के अनुभव को सरल बनाता है।
‘ऑटो’ मोड
इस तकनीक D मोड में गियर बदलने पर सिस्टम कंट्रोल करता है और ‘ऑटो’ मोड की तरह होता है, जबकि M मोड में राइडर पारंपरिक गियर लीवर का उपयोग करके गियर शिफ्ट को कंट्रोल कर सकता है।
सेंसर
इस तकनीक के काम करने का तरीका देखें तो जब सवार गियर लीवर को बदलता है, तो एक सेंसर गति का पता लगाता है और कंट्रोल यूनिट को एक संकेत भेजता है। इस डेटा फीड के आधार पर ट्रांसमिशन कंट्रोल यूनिट (TCU) और इंजन कंट्रोल यूनिट (ECU) निर्बाध गियर परिवर्तन के लिए सही क्लच दबाव निर्धारित करने के लिए मिलकर काम करते हैं।