बॉलीवुड एक्टर परेश रावल ने इन दिनों अपने खुलासे की वजह से खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। एक्टर परेश रावल ने हाल ही में अपने एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपनी घुटनों की चोट ठीक करने के लिए पेशाब पिया है।
बॉलीवुड एक्टर परेश रावल (Bollywood actor Paresh Rawal ) ने इन दिनों अपने खुलासे की वजह से खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। एक्टर परेश रावल ने हाल ही में अपने एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपनी घुटनों की चोट ठीक करने के लिए पेशाब पिया (drank urine to cure knee injury) है।
एक्टर के इस दावे के बाद वे लोगो में चर्चा का विषय बने हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक्टर परेश रावल (Paresh Rawal) ने इंटरव्यू में दावा किया था कि उन्होंने लगातार 15 दिनों तक उन्होंने अपना पेशाब पीने से उनकी टूटी हड्डियां ठीक हो गई। एक्टर के अनुसार उन्होंने यह काम एक जानकार व्यक्ति की सलाह पर किया।
शरीर में पेशाब मुख्य रुप से अपशिष्ट जल का मिश्रण होता है, जिसे गुर्दो ने छानकर अवांछित भाग को शरीर से बाहर निकालने का निर्णय लिया है। पेशाब में यूरिया, क्रिएटिनिन, लवण, हार्मोन और अन्य विषाक्त पदार्थ होते है।
ये शरीर के अपशिष्ट उत्पाद है और इन्हें दोबारा पीना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। एक्टर ने दावा किया था कि 15 दिनों तक अपना पेशाब पीने से उनकी टूटी हड्डियां जल्दी ठीक हो गई। उनके अनुसार उन्होंने यह काम एक जानकार व्यक्ति की सलाह पर किया और एक्सरे रिपोर्ट देखकर डॉक्टर हैरान रह गए।लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञ और शोध इस बात पर विश्वास नहीं करते।
यूपीएमसी हेल्थ बीट की एक रिपोर्ट के अनुसार पेशाब पीने का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
पेशाब में विषाक्त तत्व गुर्दो पर अंतिरिक्त दबाव डाल सकते है तथा विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते है। इसी तरह मूत्र में बैक्टीरिया की उपस्थिति हो सकती है, जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार अपना पेशाब पीना चिकित्सा का कैंसर या किसी अन्य बीमारी पर कोई सिद्ध चिकित्सीय प्रभाव नहीं है। इसलिए ऐसे अप्रमाणित उपायों पर भरोसा करने के बजाय चिकित्सीय सलाह लेना अधिक सुरक्षित और प्रभावी है। कैल्शियम हड्डियों के लिए आवश्यक है। इसके अलावा पेशाब में ऐसा कोई घटक नहीं है जो हड्डियों के निर्माण के लिए जिम्मेदार हो। इसलिए आर्थोपेडिक डॉक्टरों ने भी इसे अस्वीकार कर दिया है।
पेशाब पीने या उसका औषधीय उपयोग करने का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। ऐसे दावों से सावधान रहना और चिकित्सीय सलाह का पालन करना सबसे अच्छा है।