India-Pakistan ceasefire: भारत-पाकिस्तान सीजफायर की घोषणा के बाद देश की राजनीति गरमाने लगी है। विपक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार से संसद का विशेष सत्र और सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा अमेरिका की ओर से किए जाने पर सवाल खड़े किए। वहीं, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विशेष सत्र बुलाने की मांग को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है।
India-Pakistan ceasefire: भारत-पाकिस्तान सीजफायर की घोषणा के बाद देश की राजनीति गरमाने लगी है। विपक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार से संसद का विशेष सत्र और सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। इस पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विशेष सत्र बुलाने की मांग को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने विपक्ष पर इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
दरअसल, कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा अमेरिका की ओर से किए जाने पर सवाल खड़े किए। इसके बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “संसद का सत्र बुलाइए, सभी विपक्षी सरकार को गाली दीजिए, पाकिस्तानी मीडिया में भारतीय सेना की किरकिरी करवाइए और आतंकवादी पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत के ख़िलाफ़ ज़हर उगलने का मसाला दीजिए। राजनीति करनी है, देश जाए भांड में।”
इससे पहले, दिल्ली में कांग्रेस नेता सचिन पायालट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा, “केंद्र सरकार को (विपक्ष द्वारा) जो अटूट और अभूतपूर्व समर्थन दिया गया, मुझे लगता है कि सरकार को संसद का विशेष सत्र बुलाकर कई मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए। कुछ दिन पहले अमेरिका ने कहा था कि ‘यह हमारा मुद्दा नहीं है’, लेकिन अचानक अमेरिकी राष्ट्रपति, उनके उपराष्ट्रपति और उनके विदेश मंत्री ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम की घोषणा कर दी। क्या भारत सरकार ने इस मध्यस्थता को स्वीकार किया?”
पायलट ने कहा, “अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि कश्मीर मुद्दा एक हज़ार साल पुरानी समस्या है, लेकिन वे भूल गए कि 76 साल पहले भारत और पाकिस्तान एक राष्ट्र थे और ऐसा कोई मुद्दा नहीं था।”