अपने आस पास बुजुर्ग लोगो को कहते सुना होगा ..अब उम्र हो गई है कुछ याद नही रहता। ऐसा इसलिए क्योंकि उम्र के साथ साथ यादश्त कमजोर होने लगती है। लेकिन हाल ही में एक अध्ययन ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
अपने आस पास बुजुर्ग लोगो को कहते सुना होगा ..अब उम्र हो गई है कुछ याद नही रहता। ऐसा इसलिए क्योंकि उम्र के साथ साथ यादश्त कमजोर होने लगती है। लेकिन हाल ही में एक अध्ययन ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। बीपी का लगातार बढ़ना और घटना केवल सेहत को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह दिमाग को तेजी से बूढ़ा बना सकता है।
यह खतरा बुजुर्गों में अधिक देखा गया है। यह अध्ययन एक वेबसाइट में प्रकाशित हुआ है। अमेरिका की रश यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया, जिसमें 65 वर्ष से अधिक उम्र के 4,770 लोगों को शामिल किया गया।
इसमें 66% प्रतिभागी अश्वेत थे, जबकि बाकी श्वेत। शोध के अनुसार, ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव, जिसे ‘फ्लक्चुएशन’ कहा जाता है, दिमाग को तेजी से बूढ़ा करने का कारण बन सकता है। अश्वेत प्रतिभागियों में यह खतरा ज्यादा देखा गया।
जिन लोगों में ब्लड प्रेशर का उतार-चढ़ाव सबसे अधिक था, उनके दिमागी कौशल में गिरावट का स्तर 2.8 वर्षों की उम्र बढ़ने के बराबर पाया गया। रश यूनिवर्सिटी की डॉ. अनीसा धना ने बताया, “ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव, हाई ब्लड प्रेशर के नेगेटिव प्रभावों से भी अधिक खतरनाक साबित हो सकता है। इससे बचने के लिए नियमित जांच और इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।
शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों का ब्लड प्रेशर हर तीन साल में मापा और उनकी याददाश्त और सोचने की क्षमता का आकलन किया। परिणाम में पाया गया कि जिन प्रतिभागियों का ब्लड प्रेशर दवा से नियंत्रित था, उनमें मानसिक गिरावट का खतरा कम देखा गया।
नियमित ब्लड प्रेशर जांच: समय-समय पर ब्लड प्रेशर की जांच कराएं।
स्वस्थ लाइफस्टाइल अपनाएं: पौष्टिक आहार लें, व्यायाम करें और तनाव से बचें।
डॉक्टर की सलाह से ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने वाली दवाओं का सेवन करें।
शराब और नमक का सेवन सीमित करें।