Delhi New Ministers List: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार दिल्ली को नया सीएम मिलने जा रहा है। बीजेपी विधायक दल की नेता रेखा गुप्ता आज रामलीला मैदान में आयोजित समारोह में सीएम पद की शपथ लेंगी। उनके साथ छह विधायक मंत्रीपद की शपथ लेने वाले हैं। जिनके नाम सामने आ चुके हैं। आइये जानते हैं कि दिल्ली के नए कैबिनेट मंत्रियों और उनके राजनीतिक सफर के बारे में।
Delhi New Ministers List: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार दिल्ली को नया सीएम मिलने जा रहा है। बीजेपी विधायक दल की नेता रेखा गुप्ता आज रामलीला मैदान में आयोजित समारोह में सीएम पद की शपथ लेंगी। उनके साथ छह विधायक मंत्रीपद की शपथ लेने वाले हैं। जिनके नाम सामने आ चुके हैं। आइये जानते हैं कि दिल्ली के नए कैबिनेट मंत्रियों और उनके राजनीतिक सफर के बारे में।
1- प्रवेश वर्मा
दिल्ली के नए सीएम की दौड़ में प्रवेश वर्मा का नाम भी शामिल था। उन्होंने विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को 4089 वोटों के अंतर से हराया है। वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 को दिल्ली के हिंदू जाट परिवार में हुआ था। वह दिल्ली के पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। उनकी मां का नाम रामप्यारी वर्मा हैं। प्रवेश वर्मा के एक भाई और तीन बहनें हैं। उन्होंने दिल्ली के DPS आर.के. पूरम से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। इंटरनेशनल बिजनेस में एमबीए किया और व्यापार और प्रबंधन के क्षेत्र में भी उनकी अच्छी पकड़ बताई जाती है।
साल 2013 में प्रवेश वर्मा का राजनीति में कदम रखा। उन्होंने महरौली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता योगानंद शास्त्री को हराया। इसके बाद उन्होंने साल 2014 में पश्चिमी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। फिर साल 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार महाबल मिश्रा को मात दी। प्रवेश वर्मा की शादी प्रवेश वर्मा की पत्नी स्वाती सिंह हैं, जिनसे एक बेटा और दो बेटियां हैं।
2- आशीष सूद
रामलीला मैदान में आयोजित समारोह शपथ लेने वाले मंत्रियों में एक नाम आशीष सूद का भी होगा, जोकि पंजाबी समुदाय से आते हैं। सूद पहली बार विधायक चुनकर आए हैं। इन्होंने जनकपुरी निर्वाचन क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के राजेश ऋषि को लगभग 19,000 मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की है। आशीष सूद ने एवीबीपी से सियासी करियर की शुरुआत की थी और दिल्ली नगर निगम की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय रहे हैं।
बीजेपी नेता आशीष सूद के पास संगठन में काम करने का अच्छा खासा अनुभव है। वह वर्तमान समय में गोवा बीजेपी इकाई के प्रभारी और जम्मू-कश्मीर के सहप्रभारी भी हैं। सूद की आरएसएस में अच्छी पकड़ मानी जाती है। उन्होंने 2008 में दिल्ली भाजपा के सचिव और बाद में इसके महासचिव के रूप में भी काम किया है। सूद को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का करीबी नेता माना जाता है।
3- पंकज कुमार सिंह
सीएम रेखा गुप्ता के साथ शपथ लेने वाले मंत्रियों में विधायक पंकज कुमार सिंह भी होंगे। बिहार में बक्सर के रहने वाले पंकज सिंह दक्षिण पश्चिम दिल्ली जिले के विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक चुने गए हैं। पंकज सिंह ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महिंदर यादव को 12,876 वोटों के अंतर से हराया। इससे पहले, उन्होंने एमसीडी में पार्षद के रूप में कार्य किया।
पंकज कुमार सिंह एक पूर्वांचली चेहरा हैं और एमसीडी में पूर्व अतिरिक्त आयुक्त दिवंगत राज मोहन सिंह के बेटे हैं। पंकज का जन्म 6 नवंबर 1977 में हुआ था। वह 48 साल के हैं और उनकी शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएट प्रोफेशनल है।पंकज पेशे से डेंटिस्ट हैं। उन्होंने 1998 में मगध विश्वविद्यालय, बोधगया, बिहार में दंत चिकित्सा सर्जरी में स्नातक की डिग्री पूरी की। उनकी पत्नी रश्मि कुमारी भी एक डेंटिस्ट हैं। पंकज की दो बेटियां- भव्या सिंह और प्रज्ञाता सिंह हैं।
4- मनजिंदर सिंह सिरसा
सीएम की दौड़ में शामिल रहे मनजिंदर सिंह सिरसा भी मंत्रीपद की शपथ लेने जा रहे हैं। इन्होंने राजौरी गार्डन विधानसभा से पहली बार दिल्ली विधानसभा में जीत हासिल की है। इससे पहले सिरसा दो बार अकाली दल के टिकट पर विधायक का चुनाव भी जीत चुके हैं। सिरसा दिल्ली में बीजेपी का प्रमुख सिख चेहरा भी हैं। हालांकि, सिरसा ने कक्षा 12वीं तक ही पढ़ाई की है।
मनजिंदर सिंह सिरसा 2013 और 2017 में दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं। सिरसा ने साल 2021 में अकाली दल छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था। साल 2023 से इन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव के रूप में काम किया। इस चुनाव में सिरसा ने आम अदमी पार्टी के मौजूदा विधायक धनवती चंदेला को 18190 वोटों के अंतर से हराया है।
5- कपिल मिश्रा
सीएम रेखा गु्प्ता की कैबिनेट में 6 मंत्रियों में एक नाम करावल नगर से विधायक कपिल मिश्रा का भी है। एक समय आम आदमी पार्टी का हिस्सा रहे कपिल मिश्रा 2019 में वे बीजेपी में शामिल हो गए थे। मिश्रा अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। इनका जन्म 13 नवंबर 1980 को दिल्ली में हुआ था। उनकी माता, अन्नपूर्णा मिश्रा, पूर्वी दिल्ली की मेयर रह चुकी हैं और भाजपा से जुड़ी रही हैं।
कपिल मिश्रा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के अंबेडकर कॉलेज से बीए और फिर सोशल वर्क में एमए की पढ़ाई की है। कपिल पढ़ाई के समय से ही सामाजिक आंदोलनों से जुड़ गए थे। कपिल दिल्ली में काम करने वाले ‘यूथ ऑफ जस्टिस’ संगठन के को-फाउंडर भी रहे हैं। इन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत आम आदमी पार्टी से की थी और साल 2015 में करावल नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे।
कपिल मिश्रा ने दिल्ली सरकार में जल संसाधन मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। हालांकि, बाद में उन्होंने आप के नेतृत्व पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। साल 2019 में मिश्रा ने भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने पार्टी के विभिन्न अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाई। 2023 में उन्हें दिल्ली भाजपा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
6- रविंद्र इंद्राज सिंह
नॉर्थ दिल्ली की बवाना विधानसभा से जीत दर्ज करने वाले रविंद्र इंद्राज सिंह अब सीएम रेखा गुप्ता की कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रहे हैं। रविंद्र ने बवाना विधानसभा से आम आदमी पार्टी के जय भगवान को बड़े अंतर से मात दी है। इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से डिस्टेंस से बीए की डिग्री हासिल की है। रविंद्र के पिता इंद्राज कुमार नरेला विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। रविंद्र पंजाबी दलित समुदाय से आते हैं। इंद्राज बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी हैं।