पूरा प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में है। पारा चालीस पार पहुंच गया है। कुलर और पंखे के सामने बैठे होने के बावजूद पसीना चू रहा है। गर्मी औऱ तेज धूप की वजह से डिहाइड्रेशन की चपेट में आ रहे हैं। हीटवेव को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी की है। खुद को हाइड्रेट और ठंडा रखने के लिए खूब पानी पीने की सलाह दी गई है।
पूरा प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में है। पारा चालीस पार पहुंच गया है। कुलर और पंखे के सामने बैठे होने के बावजूद पसीना चू रहा है। गर्मी औऱ तेज धूप की वजह से डिहाइड्रेशन की चपेट में आ रहे हैं। हीटवेव को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी की है। खुद को हाइड्रेट और ठंडा रखने के लिए खूब पानी पीने की सलाह दी गई है।
हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि इस भीषण गर्मी से बचकर रहना बहुत जरुरी है। खुद को हाइड्रेट रखें।खूब पानी पीएं। सूती और आरामदायक कपड़े पहनें। वहीं अगर कोई व्यक्ति बेहोश हो जाएं तो उसे पानी न पिलाएं। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार अगर कोई व्यक्ति गर्मी में बेहोश हो जाता है तो उसे तुरंत पानी पिलाने से उसकी दिक्कत बढ़ सकती है।
Heatwaves are here, but we can be prepared! Be heatwave ready with these first aid tips.
Let’s take care of each other during these sizzling days!
.#BeatTheHeat pic.twitter.com/ouYnTGJhCE— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) May 1, 2024
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पानी पेट में जाने की बजाय लंग्स में जा सकता है। इससे सांस लेने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। पानी फेफड़ों में जाता है तो निमोनिया होने का डर रहता है। जब कोई व्यक्ति बेहोश हो जाए तो पानी की तरह कोई भी लिक्विड गलत तरीके से पिलाते है जिसकी वजह से ब्लड स्ट्रीम में इलेक्ट्राइट्स का बैलेंस बिगड़ जाता है। जिसकी वजह से हार्ट से संबंधित दिक्कतें हो सकती हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार अगर को व्यक्ति गर्मी या हीटवेव के चलते बेहोश हो जाता है तो इस इमरजेंसी सिचुएशन में पीड़ित के सिर को धीरे से एक साइड झुकाएं और ठुड्डी को ऊपर की ओर उठाएं। इससे सांस लेने का रास्ता खुला रहेगा। सांस नहीं आने पर इसे रिकवरी पोजीशन कहा जाता है। अगर बेहोशी के साथ उल्टी भी हो रही हैं तो इस स्थिति में व्यक्ति का दम घुटने से बचता है। चेक करें कि बेहोश व्यक्ति सांस ले रहा है या नहीं। अगर सांस नहीं आ रही तो तुरंत सीपीआर देने की कोशिश करें और हॉस्पिटल लेकर जाएं।