गर्मी हो या सर्दी मौसम कोई भी हो प्यास लगने पर फौरन बोतल उठाई पर सट से पानी गट गट करके पी लिया। कभी न कभी दादी या नानी से ये सलाह जरुर सुनी होगी कि खड़े होकर पानी नही पीया जाता..बैठ कर पानी पिया करो।
गर्मी हो या सर्दी मौसम कोई भी हो प्यास लगने पर फौरन बोतल उठाई पर सट से पानी गट गट करके पी लिया। कभी न कभी दादी या नानी से ये सलाह जरुर सुनी होगी कि खड़े होकर पानी नही पीया जाता..बैठ कर पानी पिया करो।
क्या आप जानते है कि खड़े होकर पानी पीने से क्यों मना किया जाता है। खड़े होकर पानी पीने से शरीर के लिए कैसे नुकसानदायक है और धार्मिक दृष्टिकोण से इसके पीछे क्या कारण बताए गए है या फिर यह केवल एक मिथक है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी यह मानते हैं कि पानी खड़े होकर नहीं पीना चाहिए। खड़े होकर पानी पीने से प्यास पूरी तरह नहीं बुझती और हानिकारक टॉक्सिस शरीर से बाहर नहीं निकल पाते हैं और ना ही पानी के जरूर पोषक तत्व या विटामिन्स शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंच पाते हैं।
यह बताया जाता है कि खड़े होकर पानी पीने के दौरान पानी बहुत तेजी से शरीर में जाता है और इस कारण फेफड़े और दिल को भी प्रभावित कर सकता है इन्हीं वजह से बैठकर आराम से पानी पीने की सलाह दी जाती है. पानी पीने के साथ ही यही बात भोजन करने पर भी लागू होती है।