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कांग्रेस वाक़ई बहुत ‘घाघ’ पार्टी है, अपने ही शाही परिवार के नेता राहुल गांधी को भी नहीं बख्शा : केशव मौर्य

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस वाक़ई बहुत 'घाघ' पार्टी है, बताइये अपने ही शाही परिवार के नेता राहुल गांधी को भी नहीं बख्शा और दो दशकों तक लगातार उनको अपने जाल में फंसाए रखा।

By शिव मौर्या 
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस वाक़ई बहुत ‘घाघ’ पार्टी है, बताइये अपने ही शाही परिवार के नेता राहुल गांधी को भी नहीं बख्शा और दो दशकों तक लगातार उनको अपने जाल में फंसाए रखा। गांधी ने इसे सार्वजनिक तौर पर क़बूल कर पार्टी की ही पोल खोल दी है। मोदी जी की सरकार बनने के कई साल बाद तक भी उनको अपने फंसे होने का भानक ही नहीं था। यह भी सच है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रभाव के चलते ही अपने पार्टी के घाघ नेताओं के चंगुल से निकलकर उन्होंने देशव्यापी भ्रमण किया।

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साथ ही कहा, दो यात्राएं निकालीं जिनसे देश का भरपूर मनोरंजन हुआ। यही कारण है कि घाघ कांग्रेसी नेता उनको अपने बंद खोल में रखते थे क्योंकि उनको पता था कि ‘बंद मुट्ठी लाख की खुल गई तो ख़ाक की।’ लेकिन ‘बालहठी’ गांधी की यात्राओं से वह मुट्ठी खुल गई। इस दरम्यान निहायत ही अस्थिर चित्त के गांधी ने मोची, ड्राइवर, कुली, किसान और पता नहीं क्या-क्या सब बनकर देख लिया लेकिन नतीजा वही ‘ढाक के तीन पात।’ फ़िलहाल लाल किताब लेकर कभी नीली, कभी पीली, कभी सफेद ‘टी-शर्ट’ वाली बेधड़क राजनीति कर रहे है। कांग्रेसी परेशान हैं क्योंकि वह इतना खुलकर क्यों घूम और बोल रहे हैं, वहीं राहुल जी परेशान हैं कि इतने प्रयास के बाद भी जनता उनको गंभीरता से क्यों नहीं ले रही है।

इसके साथ ही डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने एक और पोस्ट एक्स पर लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा कि, कांग्रेस का शाही परिवार दस साल तक देश के प्रति जवाबदेह बनने के बजाय डॉ. मनमोहन सिंह सरकार को रिमोट कंट्रोल से ‘हांकता’ रहा। आख़िरकार सिंह सरकार ने ‘फिचकुर’ फेंक दिया और उसके बाद शाही परिवार के मसखरा नेता श्री राहुल गांधी की नेतागीरी में कांग्रेस पिछले ग्यारह साल में पचास से ज़्यादा चुनाव हार चुकी है। आख़िरकार ज़लालत से बचने के लिए सबसे बूढ़ी कांग्रेस ने अपने सबसे बूढ़े नेता के कंधों पर पार्टी का बोझ डाल दिया। शाही परिवार उनको ‘हांक रहा है और वह हांफ’ रहे हैं।

 

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