देवताओं के गुरु बृहस्पति को वैदिक ज्योतिष में अत्यंत शुभ और महान लाभकारी माना जाता है। बृहस्पति को देवताओं का पुरोहित और गुरु माना जाता है।
Guru Gochar 2025 : देवताओं के गुरु बृहस्पति को वैदिक ज्योतिष में अत्यंत शुभ और महान लाभकारी माना जाता है। बृहस्पति को देवताओं का पुरोहित और गुरु माना जाता है। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर को दोपहर 12.18 बजे से 19 अक्टूबर को दोपहर 01.51 बजे तक रहेगी। 18-19 की रात करीब 03 बजकर 09 मिनट पर सबसे बड़ा ग्रह रात करीब 03 बजकर 09 मिनट पर कर्क राशि में गोचर करेंगे। इसके बाद देव गुरु बृहस्पति 4 दिसंबर को रात 8 बजकर 39 पर मिथुन राशि में वापस लौट जाएंगे। बृहस्पति को देवताओं का पुरोहित और गुरु माना जाता है। गुरु बृहस्पति के इस गोचर कुछ राशियों के जातकों के जीवन में शुभ परिणाम आने की संभावना है ।
गुरु बृहस्पति गोचर
कर्क राशि
नई नौकरी या रोजगार खोज रहे लोगों को खुशखबरी मिल सकती है। इस दौरान आप ऊर्जावान महसूस करेंगे। परिवार में कोई बड़ी खुशखबरी आ सकती है।
धनु राशि
व्यापारी वर्ग के लोगों को गुप्त स्रोतों से धन की प्राप्ति होगी। माता-पिता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। खर्चों में कमी आने से मन खुश होगा।
मीन राशि
मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की विशेष कृपा होगी। अनायास धन प्राप्त होगा। खर्चों में कमी आएगी। एकाग्रता अच्छी होगी और सरकारी नौकरी की तैयारी करने वालों को अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।