मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया कि आम तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून एक जून को केरल में दस्तक देता है और आठ जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है।
भोपाल। मध्यप्रदेश में जून माह के पहले सप्ताह से ही झमाझम बारिश होने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। दरअसल जिस तरह से मानसून केरल की तरफ बढ़ रहा है उससे प्रदेश में जून के पहले सप्ताह से ही बारिश होने लगेगी।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया कि आम तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून एक जून को केरल में दस्तक देता है और आठ जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून महाराष्ट्र पहुंच गया है और मुंबई सहित कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि महाराष्ट्र में तटीय कोंकण में भी पिछले दो दिनों से भारी प्री-मानसून बारिश हो रही है। मध्य प्रदेश में मुंबई के रास्ते मानसून का प्रवेश होता है। गौरतलब है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शनिवार को केरल में दस्तक दी थी। वर्ष 2009 के बाद से राज्य में इसका सबसे जल्दी आगमन है। 2009 में यह 23 मई को दक्षिणी राज्य केरल में पहुंचा था।