कई लोग अक्सर सर्दी जुकाम और खांसी से परेशान रहते हैं। खासकर उन लोगो को जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है। ऐसे में मौसम बदलते ही कई दिक्कतें होने लगती है। आज हम आपको घर में ऐसे चूर्ण बनाने का तरीका बताने जा रहे है। जिसे खाकर आप बदलते मौसम में होने वाली सर्दी खांसी से में आराम पा सकते है।
कई लोग अक्सर सर्दी जुकाम और खांसी से परेशान रहते हैं। खासकर उन लोगो को जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है। ऐसे में मौसम बदलते ही कई दिक्कतें होने लगती है। आज हम आपको घर में ऐसे चूर्ण बनाने का तरीका बताने जा रहे है। जिसे खाकर आप बदलते मौसम में होने वाली सर्दी खांसी से में आराम पा सकते है।
साथ ही इम्युनिटी भी बेहतर होगी।आयुर्वेद में ऐसे कई जड़ी बूटियां होती हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं। आयुर्वेदिक चूरन त्रिकटु भी इनमे से एक है। इसके सेवन से सिर्फ सर्दी खांसी ही नहीं बल्कि कई गंभीर समस्याएं कंट्रोल होती है। इसके अलावा त्रिकटु चूरन इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करता है।
साथ ही बदलते मौसम में होने वाली छोटी मोटी दिक्कतों जैसे सर्दी खांसी की समस्या दूर होती है। यह भूख बढ़ाता है साथ ही यह पेट को एंजाइम बनाने के लिए उत्तेजित करता है जो पाचन में मदद करता है। यह श्वसन तंत्र के लिए भी बहुत अच्छा है और अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस को कंट्रोल करने में मदद करता है। यह वसा को जलाता है और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। थायराइड से लेकर गले की खराश और टॉन्सिलिटिस तक सभी गले की बीमारियों में लाभकारी है।
त्रिकटु चूरन एक आयुर्वेदिक रेमेडी है जो सर्दी-खांसी, अपच और कोलेस्ट्रॉल में बेहद फायदेमंद है।
त्रिकटु पाउडर बनाने के लिए सौंठ यानि ड्राई जिंजर, पीपल और काली मिर्च को बराबर मात्रा में लें। चुकी इनकी तासीर गर्म होती है इसलिए आप पीपल और काली मिर्च की मात्रा थोड़ी कम कर सकते हैं। यदि इसका स्वाद बहुत तीखा है, तो इसे भोजन में भी मिलाया जा सकता है और भोजन के साथ लिया जा सकता है। आधा चम्मच चूरन को आप शहद में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं। हालांकि, इसका सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेना सबसे ज़रूरी है ताकि आप अपनी प्रकृति और बीमारियों के अनुसार इसकी खुराक और आपके शरीर पर इसके प्रभाव को समझ सकें।