विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार एक बार और साफ कर दिया कि भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। साथ ही परमाणु ब्लैकमेल के आगे भी नहीं झुकेगा। जर्मन समकक्ष जोहोन वेडफुल के साथ एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में एस जयशंकर ने ये बात कहीं। उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि, भारत पाकिस्तान से केवल द्विपक्षीय तरीके से ही निपटेगा और इस मामले में किसी भी तरह का कोई भ्रम नहीं होना चाहिए।
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार एक बार और साफ कर दिया कि भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। साथ ही परमाणु ब्लैकमेल के आगे भी नहीं झुकेगा। जर्मन समकक्ष जोहोन वेडफुल के साथ एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में एस जयशंकर ने ये बात कहीं। उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि, भारत पाकिस्तान से केवल द्विपक्षीय तरीके से ही निपटेगा और इस मामले में किसी भी तरह का कोई भ्रम नहीं होना चाहिए।
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद वो तुरंत बर्लिन आया हूं। मैं आपको वह बात बताना चाहता हूं जो मैंने वाडेफुल से कही। भारत आतंकवाद के लिए जीरो टॉलरेंस रखता है। भारत कभी न्यूक्लियर ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा। भारत पाकिस्तान से केवल द्विपक्षीय तरीके से निपटेगा। इस बात को लेकर किसी तरह का कोई भ्रम नहीं होना चाहिए।
वहीं, एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा, आज बर्लिन में चांसल फ्रेडरिक मर्ज से मुलाकात कर सम्मानित महसूस कर रहा है। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं। उनकी सरकार में हमारी रणनीतिक साझेदारी के आगे बढ़ने और विस्तार होने की उम्मीद है। भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जर्मनी की ओर से एकजुटता की सराहना करता है।