अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु संयंत्रों पर अटैक किए जाने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आया।अमेरिकी अटैक के बाद मध्य पूर्व में चल रहे संघर्ष में वृद्धि हुई।
खबरों के अनुसार, वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.40 प्रतिशत या 31 सेंट बढ़कर 77.32 डॉलर प्रति बैरल हो गया, जबकि यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 0.73 प्रतिशत या 54 सेंट बढ़कर 74.04 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
पिछले हफ़्ते व्हाइट हाउस ने संकेत दिया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ईरान पर हमले के बारे में फैसला लेने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, रविवार को की गई लक्षित कार्रवाई ने निकट भविष्य में बातचीत की संभावना पर संदेह पैदा कर दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि “फिलहाल” आगे कोई सैन्य कार्रवाई की योजना नहीं है। इस आश्वासन के बावजूद, बाजार व्यापक वृद्धि को लेकर चिंतित हैं, खासकर वैश्विक तेल आपूर्ति में ईरान के रणनीतिक महत्व को देखते हुए।
ईरान ओपेक+ के कुल उत्पादन में लगभग एक तिहाई का योगदान देता है और समूह का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। इसकी आपूर्ति में कोई भी व्यवधान वैश्विक ऊर्जा बाजारों (global energy markets) को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है, खासकर अगर तेहरान जवाबी कार्रवाई करने का फैसला करता है या होर्मुज जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) को बंद करने की धमकी देता है – एक महत्वपूर्ण शिपिंग मार्ग (shipping way) जिसके माध्यम से दुनिया का लगभग 20 प्रतिशत तेल गुजरता है।