ईरान को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चिंता बढ़ती जा रही है। दोनों देशों में परमाणु कार्यक्रमों को रस्साकस्सी बनी हुई है।
यह पहली बार है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि वेस्ट एशिया के लिए अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची के बीच कई दौर की वार्ता के बाद एक प्रस्ताव ईरान को पेश किया गया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और ईरान के बीच चल रही बातचीत आगे बढ़ते हुए अब “विशेषज्ञ स्तर” पर पहुंच गई है। इसका अर्थ है कि दोनों पक्ष यह जांचने की कोशिश कर रहे हैं कि वे संभावित समझौते के ठोस बिंदुओं पर सहमति बना सकते हैं या नहीं। ट्रंप ने अपने बयान में आगे कहा: “उनके सामने एक प्रस्ताव है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें पता है कि उन्हें जल्दी से आगे बढ़ना होगा, नहीं तो कुछ बुरा हो सकता है।” हालांकि ट्रंप ने प्रस्ताव की विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया। इस बारे में अब तक ईरान की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई।