गाजा में संघर्षविराम के बाद खतरा टला नहीं है। प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप जिस तरीके से चेतावनी दें रहे हैं उसे देखकर ऐसा लग रहा है । उन्होने कहा कि अगर हमास ने हथियार छोड़ने से इनकार किया तो इजरायली सेना गाजा में फिर से सैन्य अभियान शुरू कर सकती है। उन्होंने दावा किया कि उनके कहते ही इजरायल उन सड़कों पर वापस आ जाएगा। CNN को फोन पर दिए एक इंटरव्यू में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि गाजा में युद्धविराम पूरी तरह से हमास के निरस्त्रीकरण का पालन करने पर निर्भर करता है।
गाजा में संघर्षविराम के बाद खतरा टला नहीं है। प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप जिस तरीके से चेतावनी दें रहे हैं उसे देखकर ऐसा लग रहा है । उन्होने कहा कि अगर हमास ने हथियार छोड़ने से इनकार किया तो इजरायली सेना गाजा में फिर से सैन्य अभियान शुरू कर सकती है। उन्होंने दावा किया कि उनके कहते ही इजरायल उन सड़कों पर वापस आ जाएगा। CNN को फोन पर दिए एक इंटरव्यू में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि गाजा में युद्धविराम पूरी तरह से हमास के निरस्त्रीकरण का पालन करने पर निर्भर करता है।
अमेरिकी दबाव की वजह से रुका इजरायल
बता दें कि ट्रंप ने कहा कि ‘अगर इजरायल अंदर जाकर उन्हें धूल चटा सकता है, तो वे ऐसा करेंगे।’ उन्होंने आगे कहा कि मुझे उन्हें रोकना पड़ा। उन्होंने कहा कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अभियान को फिर से शुरू करने के लिए तैयार थे, लेकिन वॉशिंगटन ने संयम बरतने का दबाव बनाया। इजरायली प्रधानमंत्री का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘मैंने बीबी (नेतन्याहू) से बात कर ली थी। मुझे उन्हें रोकना पड़ा।’इसके साथ ही ट्रंप ने जोर देकर कहा कि बंधकों को रिहा कराना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि 20 बंधकों को छुड़ाना सबसे महत्वपूर्ण है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस ने बुधवार देर रात को जानकारी दिया कि हमास ने दो और बंधकों के शव सौंप दिए हैं। हालांकि, अवशेष वापसी की धीमी गति ने इजरायल में तनाव बढ़ा दिया है।
इजरायल ने दी लड़ाई फिर शुरू करने दी धमकी
बता दें कि ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी सेना हमास को निरस्त्र करने के अभियान में शामिल नहीं होगी, लेकिन इस प्रयास में इज़राइल का समर्थन करेगी। ट्रंप ने एक दिन पहले कहा था अगर हमास हथियार नहीं छोड़ता हो हम उसे निरस्त्र करेंगे और यह शायद हिंसक तरीके से होगा। इस बीच इजरायल के रक्षा मंत्री ने बुधवार को धमकी दी कि अगर हमास अमेरिका समर्थित युद्धविराम की शर्तों का सम्मान नहीं करता है तो लड़ाई फिर से शुरू हो जाएगी।