सनातन धर्म में भगवान श्रीहरि की कृपा प्राप्त करने के लिए लोग जप, तप , अनुष्ठान आदि नियमों का पालन करते है। एकादशी का व्रत करने से मनोकामना पूर्ण होती है और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
Jaya Ekadashi 2024 : सनातन धर्म में भगवान श्रीहरि की कृपा प्राप्त करने के लिए लोग जप, तप , अनुष्ठान आदि नियमों का पालन करते है। एकादशी का व्रत करने से मनोकामना पूर्ण होती है और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कुछ विशेष मंत्रों का जाप करने से भगवान विष्णु (Lord Vishnu) प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख और शांति का आगमन होता है।
हर माह में दो और साल में कुल 24 एकादशी आती हैं। इनमें जया एकादशी बेहद महत्वपूर्ण होती है। एकादशी में भगवान विष्णु (Lord Vishnu Puja) की पूजा की जाती है। इस दिन पूजा और व्रत करने मात्र से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है। पंचांग के अनुसार, इस बार 20 फरवरी, मंगलवार को जया एकादशी (Jaya Ekadashi 2024) मनाई जाएगी।
कहा जाता है कि इस दिन व्रत और विधिवत पूजन कर व्रत की कथा सुनने से सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं। मोक्ष की प्राप्ति होती है।
एकादशी व्रत पर कथा का बड़ा महत्व होता है। इस दिन जो भी व्रती धर्मराज युधिष्ठिर को पद्मपुराण में वर्णित कथा को सुनते हैं। उन्हें भगवान की कृपा प्राप्त होती है। जीवन में आने वाली परेशानियां खत्म हो जाती है।
पूजा विधि
व्रत प्रारंभ: प्रारंभ में व्रती को सूर्योदय के समय पानी पिया जाता है। इसके बाद, व्रती को एकादशी व्रत की संगति में सूर्य को प्रणाम किया जाता है।
पूजा सामग्री: पूजा के लिए धूप, दीप, नैवेद्य, फल, फूल, तिल, चावल, धनिया, गुड़, दूध, दही, घी, शाक, इत्यादि की सामग्री की तैयारी की जाती है।
व्रत कथा: पूजा के बाद, व्रती को जया एकादशी की कथा का पाठ करना चाहिए। इसके बाद, भगवान विष्णु की आराधना की जाती है।
पूजा के बाद : पूजा के बाद, प्रसाद बांटा जाता है और फिर व्रती को अन्न खिलाया जाता है।
दान: पूजा के समय दान करना भी शुभ माना जाता है। व्रती अन्न, वस्त्र, धन इत्यादि दान कर सकते हैं।