केजरीवाल बिलकुल नरेंद्र मोदी की तरह काम करते हैं। जैसे नरेंद्र मोदी झूठे बयान देते हैं, हर जगह झूठ बोलते हैं। केजरीवाल भी वैसा ही करते हैं। केजरीवाल ने 5 साल पहले कहा था कि मैं यमुना में स्नान करूंगा। यमुना जी का पानी पीऊंगा,लेकिन आज तक उन्होंने यमुना जी का पानी नहीं पिया। उन्होंने कहा कि आप सभी को गंदा पानी पीना पड़ता है, लेकिन केजरीवाल शीशमहल में रहते हैं, साफ पानी पीते हैं और झूठे बयान देते हैं।
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) में कांग्रेस सांसद व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) बुधवार को बवाना में जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल बिलकुल नरेंद्र मोदी की तरह काम करते हैं। जैसे नरेंद्र मोदी झूठे बयान देते हैं, हर जगह झूठ बोलते हैं। केजरीवाल भी वैसा ही करते हैं। केजरीवाल ने 5 साल पहले कहा था कि मैं यमुना में स्नान करूंगा। यमुना जी का पानी पीऊंगा,लेकिन आज तक उन्होंने यमुना जी का पानी नहीं पिया। उन्होंने कहा कि आप सभी को गंदा पानी पीना पड़ता है, लेकिन केजरीवाल शीशमहल में रहते हैं, साफ पानी पीते हैं और झूठे बयान देते हैं।
LIVE: Shri @RahulGandhi addresses a public rally in Bawana, Delhi. https://t.co/mbRvwAr4Yh
— Congress (@INCIndia) January 29, 2025
राहुल गांधी ने कहा कि दिल्ली में पानी की समस्या है। लोगों को महंगा पानी खरीदकर पीना पड़ता है, लेकिन मीडिया इस बारे में कभी नहीं दिखाता। हिंदुस्तान का मीडिया जनता की आवाज उठाता ही नहीं है। आपको टीवी पर अंबानी जी की शादी दिख जाएगी, लेकिन किसानों, मजदूरों, बेरोजगारों की समस्याएं नहीं दिखेंगी। टीवी में 24 घंटा बस नरेंद्र मोदी का चेहरा और नफरत की बातें देखने को मिलेंगी।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं केजरीवाल जी से पूछना चाहता हूं कि आप आरक्षण को 50 फीसदी से ज्यादा करना चाहते हैं या नहीं? लेकिन मैं गारंटी देता हूं कि केजरीवाल जी ऐसा कभी नहीं कहेंगे, क्योंकि अरविंद केजरीवाल और नरेंद्र मोदी आरक्षण के खिलाफ हैं। जब BJP के लोगों ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की तब केजरीवाल जी कहां थे? क्या केजरीवाल जी आपके लिए लड़े? क्या केजरीवाल जी आपके साथ खड़े रहे? उन्होंने कहा कि सच्चाई यही है कि केजरीवाल दलितों, अल्पसंख्यकों और गरीबों के खिलाफ हैं।
ये विचारधारा की लड़ाई है, जिसमें कांग्रेस का कहना है कि हिंदुस्तान में सभी लोग एक समान होने चाहिए, हर धर्म, जाति और भाषा का सम्मान होना चाहिए। नरेंद्र मोदी के ‘नफरत के बाजार’ में हमें ‘मोहब्बत की दुकान’ खोलनी है।