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Meerut News: भ्रष्टाचार मामले में महिला दारोगा हुई बर्खास्त, रिश्वत मामले में सात साल की हुई थी सजा

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में बीस हजार रुपये रिश्वत लेने के चक्कर में महिला दारोगा को बर्खास्त कर दिया गया है। मेरठ डीआईजी कलानिधि नैथानी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक्शन लिया है। पुलिस के अनुसार 2017 में मेरठ के थाना कोतवाली मेरठ में तैनाती के दौरान महिला दारोगा अमृतायादव पर एक अभियोग में गंभीर धाराएं हटाने के बदले बीस हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप था।

मेरठ । उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में बीस हजार रुपये रिश्वत लेने के चक्कर में महिला दारोगा को बर्खास्त कर दिया गया है। मेरठ डीआईजी कलानिधि नैथानी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक्शन लिया है। पुलिस के अनुसार 2017 में मेरठ के थाना कोतवाली मेरठ में तैनाती के दौरान महिला दारोगा अमृता यादव पर एक अभियोग में गंभीर धाराएं हटाने के बदले बीस हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप था।

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भ्रष्टाचार निवारण एजेंसी की टीम ने उन्हें बुढाना गेट पुलिस चौकी से रंगे हाथो गिरफ्तार किया था। इसकी रिपोर्ट खाना कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज की गई थी।

जांच के बाद मामला अदालत में भेजा गया। वहां विशेष न्यायाधीश मेरठ ने पांच सितंबर 2024 को महिला दारोगा को दोषी ठहरातेहुए सात साल कठोर कारावास की सजा सुनाई और 75000 रुपये का जुर्माना भी लगाया।

डीआईजी नैथानी के अनुसार प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए संबंधित नियमों के तहत अमृता यादव को 4 मई 2025 से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिसजैसे अनुशासित बल में इस प्रकार का अचरण बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। दोष सिद्ध होने की स्थिति में संबंधित कर्मियों को सेवा से हटाना अनिवार्य है। आपको बता दें कि पति पत्नी के झगड़े में दर्ज केस में महिला दारोगा ने रिश्वत मांगी थीं। इसी के बाद एंटी करप्शन टीम ने घेरेबंदी की और महिला दारोगा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।

गाजियाबाद के मोगीनगर निवासी समीर की शादी मेरठ की मजहर से हुई थी। शादी के बाद उसकी पत्नी नाराज होकर मायके चली गई और उसके खिलाफ मेरठ के कोतवाली थाने में कोर्ट के जरिए दहेज उत्पीड़न, रेप सहित कई अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें कोतवाली थाने में तैनात महिला दारोगा अमृता यादव जांच अधिकारी नियुक्त की गई थीं।

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महिला दारोगा ने समीर को फोनकर बुलाया और मुकदमा में लिखी धाराओं में दो धाराएं कम करने के नाम पर एक लाख रुपए मांग की थी। महिला दारोगा ने समीर से रहा बीस हजार रुपए लेकर आ जाओ धाराएं कम कर दूंगी।समीर ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से कर दी।

एंटी करप्शन टीम ने महिला दारोगा को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया।समीर के साथ दो लोगो को दो हजार रुपए के दस नोटों के साथ महिला दारोगा को भिजवाया। बुढ़ाना गेट पुलिस चौकी पर महिला दारोगा ने जैसे ही बीस हजार रुपए की रिश्वत ली। एंटी करप्शन की टीम ने दबोच लिया।

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