उप्र शासन के चिकित्सा शिक्षा अनुभाग 3 के आदेश सं० 286/71-3-2023 दिनांक 28 जुलाई 2023 को डॉ. ज्ञानेन्द्र कुमार निदेशक मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय आगरा की प्रतिनियुक्ति को समाप्त करते हुये तत्काल कार्यमुक्त किये जाने का निर्णय लिया। इसके साथ ही मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय आगरा के नियमित निदेशक की तैनीती होने तक प्रो. दिनेश सिंह राठौर गैर राजकीय चिकित्सा अधीक्षक मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय आगरा को कार्यवहाक निदेशक के रूप में नियुक्त कर दिया गया है।
आगरा। उप्र शासन के चिकित्सा शिक्षा अनुभाग 3 के आदेश सं० 286/71-3-2023 दिनांक 28 जुलाई 2023 को डॉ. ज्ञानेन्द्र कुमार निदेशक मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय आगरा की प्रतिनियुक्ति को समाप्त करते हुये तत्काल कार्यमुक्त किये जाने का निर्णय लिया। इसके साथ ही मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय आगरा के नियमित निदेशक की तैनीती होने तक प्रो. दिनेश सिंह राठौर गैर राजकीय चिकित्सा अधीक्षक मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय आगरा को कार्यवहाक निदेशक के रूप में नियुक्त कर दिया गया है।
इसके बाद से प्रोफेसर डॉ. दिनेश राठौर वर्तमान में चिकित्सा अधीक्षक व कार्यवाहक निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। डॉ. दिनेश राठौर को वर्ष 2014 में मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय, आगरा में चिकित्सा अधीक्षक के पद पर नियुक्त किया गया था परन्तु संस्थान में गैर-राजकीय कर्मचारी के लिए चिकित्सा अधीक्षक के पद का सृजन आज तक नहीं हुआ है।
इस मामले की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पत्र लिखकर की गई है। शिकातयकर्ता ने उल्लेख किया है कि डॉ. दिनेश राठौर एक (गैर राजकीय) कर्मचारी हैं परंतु फिर भी नियमों की अनदेखी करते हुए शासन द्वारा इन्हें संस्थान में कार्यवहाक निदेशक के पद पर नियुक्त कर दिया गया है परन्तु संस्थान में गैर राजकीय कर्मचारी के लिए कोई निदेशक का भी पद नहीं है। जबकि राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (NMC) के तरफ से निर्धारित अर्हता एवं अनुभव के अनुसार निदेशक के पद पर नियुक्त होने के लिए 5 वर्ष के प्रोफेसर के पद का अनुभव आवश्यक है, परन्तु डॉ. दिनेश राठौर निर्धारित अनुभव को पूर्ण नहीं करते जो कि नियमों के विपरीत है फिर भी उन्हें नियमों की अनदेखी करते हुये निदेशक पद पर नियुक्त किया गया है।
पीएम मोदी को भेजे पत्र में उल्लेख किया गया है कि मनसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय, आगरा को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक अनुभवी राजकीय अधिकारी की आवश्यकता है परन्तु वर्ष 2014 कोई भी राजकीय चिकित्सा अधीक्षक एवं वर्ष 2020 से कोई भी स्थाई राजकीय निदेशक के पद पर मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय, आगरा में नियुक्त नहीं किये गये व शासन के तरफ से कोई विज्ञप्ति नहीं प्रकाशित की गई।
एनएमसी के मानकों के अनुसार एक व्यक्ति दो पदों पर कार्य नहीं कर सकता, परन्तु वर्तमान में डा. दिनेश राठौर दो पदों पर कार्य कर रहे हैं, जिसमे एक निदेशक पद एवं एक चिकित्सा अधीक्षक का पद शामिल है। जबकि डॉ. दिनेश राठौर ने पूर्व में उच्च न्यायालय इलाहाबाद में रिट संख्या Writ A No-6332 of 2021 में स्वयं एनएमसी के निर्धारित मानकों को दर्शाया है की किसी भी चिकित्सा संस्थान में निदेशक / प्राचार्य, पद के लिए क्या-क्या अनिवार्य योग्यता एवं अनुभव होना आवश्यक है?
पीएम मोदी को लिखे पत्र उल्लेख किया गया है कि मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय आगरा में तीन मुख्य प्रशासनिक पद पिछले कई वर्षों से शासन स्तर से स्थाई नियुक्ति हेतु रिक्त है जो निम्न प्रकार है:-
1. अपर निदेशक प्रशासन वर्ष 2015 से स्थाई /अस्थाई रूप से रिक्त है।
2. निदेशक वर्ष 2021 से कोई भी स्थाई नियुक्ति नहीं हुई।
3. चिकित्सा अधीक्षक वर्ष 2010 से कोई भी स्थाई नियुक्ति नहीं हुई।
प्रधानमंत्री जी मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय आगरा को विगत कुछ वर्षों से अस्थाई, गैर-राजकीय अधिकारी एवं बिना प्रशासनिक अनुभव के गैर-राजकीय कार्यवहाक निदेशक द्वारा बहुप्रतिष्ठित संस्थान को संचालित किया जा रहा है। साथ ही शासन स्तर से संस्थान की अनदेखी हो रही है जिसके परिणाम स्वरूप संस्थान के भीतर मानसिक रोगियों / टेण्डर प्रकिया/नियुक्ति प्रक्रिया / निर्माण एवं मशीनी उपकरणों की खरीद-फरोक्त एवं वित्तीय सम्बन्धित मामलों में अनियमित्ताएं बरती जा रही है एवं निजी लाभ लिया ला रहा है जो कि एक विचारणीय एवं गम्भीर विषय है।
शिकायतकर्ता यतन कुमार रचना पैलेस, देवरी रोड, आगरा ने लिखा है कि अतः महोदय से निवेदन है कि उपरोक्त बिन्दुओं पर गहनता से विचार करते हुये। वर्तमान कार्यवहाक निदेशक/ गैर-राजकीय चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिनेश सिंह राठौर की नियुक्ति की जांच करते हुये संस्थान के हित में निर्णय लिया जाय। साथ ही वर्षों से चले आ रहे रिक्त पदों पर पुनः स्थाई नियुक्ति करते हुये संस्थान में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकते हुये अनियमित व्यव्स्थाओं को सुधारने की कृपा करें।