कांग्रेस ने विधायकों को निर्देश दिए हैं कि 9 से 15 जून के बीच होने वाली इस ट्रेनिंग में कांग्रेस विधायकों को एक निश्चित राशि बतौर पार्टी के पास जमा करनी होगी।
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस कमेटी अब अपने विधायकों को सोशल मीडिया में दक्ष करेगी और इसके लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। हालांकि विधायकों को ये ट्रेनिंग सशुल्क मिलेगी और ये शुल्क भी विधायकों को ही देना होगा। बावजूद इसके यह माना जा रहा है कि ट्रेनिंग के बाद कांग्रेसी विधायक सोशल मीडिया की बारिकी अच्छी तरह से समझने लगेंगे।
कांग्रेस ने विधायकों को निर्देश दिए हैं कि 9 से 15 जून के बीच होने वाली इस ट्रेनिंग में कांग्रेस विधायकों को एक निश्चित राशि बतौर पार्टी के पास जमा करनी होगी। दरअसल, एमपी में कांग्रेस के सभी विधायकों को बारीकियां सिखाई जाएंगी, इसके लिए भोपाल में मीटिंग होने वाली है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने भी बैठक में यह तय किया था, अब कांग्रेस की आइडियोलॉजी के हिसाब से कांग्रेस के विधायकों, जिलाध्यक्षों, प्रदेश पदाधिकारियों से लेकर ब्लॉक, मंडलम, सेक्टर और बूथ स्तर तक लगातार प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें कांग्रेस पार्टी का इतिहास, राजनीतिक सफरनामा से लेकर आज के दौर में आया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी शामिल रहेगा। कांग्रेस के आला नेताओं का यह मानना है कि विधायकों को एआई के युग में फेक न्यूज और कंटेंट को भी पहचानना होगा, विरोधी दल की तरफ से सोशल मीडिया पर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ जो दुष्प्रचार किया जाता है उसे रोकना होगा और यह समझना होगा कि उसमें कैसे टारगेट किया जाए। सभी विधायकों को मोबाइल मैनेजमेंट से लेकर चुनाव प्रबंधन के गुर भी सिखाए जाएंगे। क्योंकि कांग्रेस के सभी विधायकों को सोशल मीडिया में दक्ष होना होगा, जिसमें वॉट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम का रोल सबसे अहम रहता है।