कल यानी शुक्रवार को मप्र सरकार के विमानन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी एएआई के बीच महत्वपूर्ण करार होने जा रहा है। एएआई के चेयरमैन विपिन कुमार की मौजूदगी में तीन अनुबंध होंगे। पहला अनुबंध एयरपोर्ट निर्माण को लेकर होगा, तो दूसरा ऑपरेशन, मेंटेनेंस को लेकर अनुबंध होगा।
उज्जैन । बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में धार्मिक गतिविधियों में बढ़ोतरी और सिंहस्थ 2028 को देखते हुए एयरपोर्ट सुविधा विस्तार की तैयारियां तेज हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मध्य प्रदेश के दौरे के एक दिन पहले उज्जैन हवाई सेवा को बड़ी सौगात मिलने जा रही है।
कल विमानन विभाग और एएआई के बीच महत्वपूर्ण करार
कल यानी शुक्रवार को मप्र सरकार के विमानन विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी एएआई के बीच महत्वपूर्ण करार होने जा रहा है। एएआई के चेयरमैन विपिन कुमार की मौजूदगी में तीन अनुबंध होंगे। पहला अनुबंध एयरपोर्ट निर्माण को लेकर होगा, तो दूसरा ऑपरेशन, मेंटेनेंस को लेकर अनुबंध होगा। वहीं तीसरा करार वैधानिक अनुमतियों के लिए एएआई को अधिकृत करने को लेकर होगा। उज्जैन एयरपोर्ट के लिए एएआई ने 241 एकड़ जमीन की मांग की है। वर्तमान में 95 एकड़ जमीन उपलब्ध है। अतिरिक्त जमीन के लिए विमानन विभाग ने उज्जैन जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं। एयरपोर्ट सुविधा का विस्तार होने से उज्जैन से एटीआर-72 जैसे विमानों के संचालन की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। शिवपुरी के बाद उज्जैन दूसरा शहर होगा, जहां हाल ही में एएआई से अनुबंध हुआ है। शिवपुरी में अक्टूबर 2024 में अनुबंध हुआ था। वहां 59.30 एकड़ जमीन उपलब्ध है। एएआई ने 45.89 एकड़ अतिरिक्त जमीन की मांग की है। वहीं उज्जैन के सदावल क्षेत्र में 4 हेलीपैड बन रहे हैं। इनका निर्माण लगभग पूरा हो चुका है।