जानकारों का कहना है कि अगर यही रफ्तार रही तो शायद ही टारगेट पूरा हो सके। उच्च शिक्षा विभाग ने 2197 प्राध्यापक पदों के लिए जून और जुलाई माह में परीक्षा आयोजित करने का कार्यक्रम तय कर लिया है।
भोपाल। प्रदेश के सीएम डॉक्टर मोहन यादव द्वारा भले ही एक वर्ष में एक लाख नौकरी देने का वादा किया गया हो लेकिन बावजूद इसके इस मामले में किसी विभाग में सक्रियता दिखाई दे रही है तो कहीं सुस्ती। दरअसल सीएम के निर्देश पर जीडीए ने सभी शासकीय विभागों को ये निर्देश दिए है कि वे अपने यहां जो पद खाली है उसके अनुसार भर्तियां निकाले लेकिन बताया गया है कि कुछ विभाग भर्तियां निकालने के मामले में सुस्त है।
यही रफ्तार रही तो शायद ही टारगेट पूरा हो सके
जानकारों का कहना है कि अगर यही रफ्तार रही तो शायद ही टारगेट पूरा हो सके। उच्च शिक्षा विभाग ने 2197 प्राध्यापक पदों के लिए जून और जुलाई माह में परीक्षा आयोजित करने का कार्यक्रम तय कर लिया है। यह प्रक्रिया लंबे समय से खाली पड़े शिक्षण पदों को भरने की दिशा में बड़ी पहल मानी जा रही है। वहीं, दूसरी ओर, लोक स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं आयुष विभागों में कुल 718 पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन अब तक परीक्षा की तारीखें घोषित नहीं हो सकी हैं।
सूत्रों के अनुसार, लोक सेवा आयोग इन पर जल्द निर्णय ले सकता है, पर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है। गौरतलब है कि प्रदेश के विभागों में एक लाख के करीब पद खाली पड़े हैं। कई विभागों में वर्षों से भर्तियां तक नहीं हुई हैं। अब मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद विभागों में भर्तियां शुरू हो रही है। गौरतलब है कि लोक सेवा आयोग ने वर्ष 2025 की प्रारंभिक परीक्षा सफलतापूर्वक संपन्न कर ली है, लेकिन मुख्य परीक्षा, जो जून में प्रस्तावित थी, उसे स्थगित कर दिया गया है। ऐसे में उन पदों पर भर्तियों की अंतिम घोषणा वर्ष के उत्तरार्ध तक खिंच सकती है। सरकारी आंकड़ों और दावों के बीच अंतर भी उजागर हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिसंबर 2024 में एक लाख पदों पर भर्ती का ऐलान किया था।