Unnao Rape Case : उन्नाव गैंगरेप मामले (Unnao Rape Case) में ट्रायल कोर्ट ने पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Former BJP MLA Kuldeep Singh Sengar) को सुनाई गई उम्रकैद की सजा को दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) के तरफ से निलंबित किए जाने के बाद सियासत गरमा गई है।
Unnao Rape Case : उन्नाव गैंगरेप मामले (Unnao Rape Case) में ट्रायल कोर्ट ने पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Former BJP MLA Kuldeep Singh Sengar) को सुनाई गई उम्रकैद की सजा को दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) के तरफ से निलंबित किए जाने के बाद सियासत गरमा गई है। इस फैसले पर विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। ताजा जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी (Rahul Gandhi) शाम 7 बजे उन्नाव पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात कर सकते हैं।
हम एक मृत समाज बनते जा रहे हैं?
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए केंद्र सरकार और न्याय व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि क्या एक गैंगरेप पीड़िता के साथ ऐसा व्यवहार उचित है? क्या उसकी गलती यह है कि वह न्याय के लिए आवाज उठाने की हिम्मत कर रही है? राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आगे लिखा कि अपराधियों को जमानत मिलना निराशाजनक और शर्मनाक है, खासकर तब जब पीड़िता लगातार डर के साए में जी रही है।
क्या एक गैंगरेप पीड़िता के साथ ऐसा व्यवहार उचित है?
क्या उसकी “गलती” ये है कि वो न्याय के लिए अपनी आवाज़ उठाने की हिम्मत कर रही है?
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उसके अपराधी (पूर्व BJP MLA) को ज़मानत मिलना बेहद निराशाजनक और शर्मनाक है – खासकर तब, जब पीड़िता को बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा हो, और वो डर के… https://t.co/BZqrVNXMOy
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 24, 2025
उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि बलात्कारियों को जमानत और पीड़िताओं के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार यह कैसा न्याय है? हम सिर्फ एक मृत अर्थव्यवस्था ही नहीं, बल्कि ऐसी अमानवीय घटनाओं के साथ एक ‘मृत समाज’ भी बनते जा रहे हैं। मंगलवार को कोर्ट के फैसले के तुरंत बाद पीड़िता, उसकी मां और महिला अधिकार कार्यकर्ता योगिता भयाना ने दिल्ली के इंडिया गेट पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि सेंगर की जमानत तुरंत रद्द की जाए।
पुलिस ने पीड़िता को जबरन हटाया
हालांकि दिल्ली पुलिस ने उन्हें प्रदर्शन करने से रोक दिया और जबरन उठाकर बस में बैठा दिया। इस दौरान पीड़िता की मां ने भावुक होते हुए आरोप लगाया था कि वे मेरी बेटी को बंदी बनाकर ले जा रहे हैं। ये सुरक्षाकर्मी हमें मारना चाहते हैं। हमें इंसाफ नहीं मिला, हमें सुप्रीम कोर्ट से न्याय चाहिए। जब तक न्याय नहीं मिलेगा, हम पीछे नहीं हटेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर कुलदीप सेंगर की बेल कैंसिल नहीं हुई, तो वे अपनी जान दे देंगे क्योंकि अब वे सुरक्षित नहीं हैं।
पीड़िता के आरोपी गंभीर आरोप
इंडिया गेट पर प्रदर्शन के दौरान पीड़िता ने एक बड़ा राजनीतिक आरोप लगाया था। उसने कहा कि 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए कुलदीप सेंगर को जमानत दी गई है। गौरतलब है कि 2017 के इस मामले ने तब पूरे देश को झकझोर दिया था, जब पीड़िता की कार को एक बिना नंबर प्लेट वाले ट्रक ने टक्कर मार दी थी। उस हादसे में पीड़िता के पिता और दो मौसियों की मौत हो गई थी। पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हुए थे।