हरी सब्जियों में सेहत का खजाना छिपा होता है। हरी सब्जियोंं के सेवन से शरीर में तमाम पोषक तत्वों की कमी को तो पूरा करता ही है बल्कि कई बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है। तो चलिए फिर आज जानते हैं तोरई खाने से क्या क्या फायदे होते हैं।
Benefits of eating ridge gourd: हरी सब्जियों में सेहत का खजाना छिपा होता है। हरी सब्जियोंं के सेवन से शरीर में तमाम पोषक तत्वों की कमी को तो पूरा करता ही है बल्कि कई बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है। तो चलिए फिर आज जानते हैं तोरई खाने से क्या क्या फायदे होते हैं।
तुरई (ridge gourd) ब्लड और यूरीन दोनों में शुगर के स्तर को कम करने में मदद करती है। इसलिए यह डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होती है। तुरई (ridge gourd) में इन्सुलिन की तरह पेप्टाईड्स पाए जाते हैं। इसलिए इसे डायबिटीज नियंत्रण के लिए एक अच्छे उपाय के तौर पर देखा जाता है। इसलिए सब्जी के तौर पर इसके इस्तेमाल से डायबिटीज में फायदा होता है।
एक तुरई (ridge gourd) में लगभग 95 प्रतिशत पानी और केवल 25 प्रतिशत कैलोरी होती है। जिससे वजन नहीं बढ़ता। इसमें संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल की भी बहुत ही सीमित मात्रा होती है जो वजन कम करने में सहायक होती है।
यह मुंहासे, एक्जिमा, सोरायसिस और अन्य त्वचा संबंधी रोगों के उपचार में सहायक होती है। कुष्ठ रोग में भी तुरई (ridge gourd) उपयोगी होती है। तुरई की सब्जी खाने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। इसके सेवन से रक्त शुद्ध होता है जिससे त्वचा संबंधी रोगों से राहत मिलती है।
तुरई (ridge gourd) में बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो नेत्र दृष्टि बढ़ाने में मदद करता है। अगर आप अपनी आंखों की रोशनी बढ़ाना चाहते हैं तो अपने आहार में तुरई को शामिल करें।
लगातार तुरई (ridge gourd) का सेवन करना सेहत के लिए बेहद हितकर होता है। तुरई रक्त शुद्धिकरण के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। साथ ही यह लिवर के लिए भी गुणकारी होता है।
साथ ही पीलिया होने पर अगर रोगी की नाक में 2 बूंद तोरई के फल का रस डाल दें, तो नाक से पीले रंग का द्रव बाहर निकलता है। जिससे पीलिया रोग जल्दी समाप्त हो जाता है।