मानपुर पुलिस ने एफआईआर के बाद जांच के नाम पर ग्राम पंचायत छापरिया के सरपंच-सचिव को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किया था। 11 मई को रायकुंडा गांव में हुए हलमा कार्यक्रम के मंच पर मौजूद लोगों की सूची भी तैयार की गई थी।
भोपाल। सूबे के मंत्री विजय शाह द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद गठित एसआईटी ने आखिरकार आज से अपनी जांच को शुरू कर दिया है। टीम इंदौर जिले के डॉक्टर आंबेडकर नगर -महू -में पहुंची और अपना काम शुरू किया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित एसआइटी इंदौर पहुंची। एसआइटी ने जांच की शुरुआत करते हुए मानपुर थाने में दर्ज एफआइआर का ब्यौरा जुटाया और केस डायरी को अपने कब्जे में ले लिया है।
मानपुर पुलिस ने एफआईआर के बाद जांच के नाम पर ग्राम पंचायत छापरिया के सरपंच-सचिव को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किया था। 11 मई को रायकुंडा गांव में हुए हलमा कार्यक्रम के मंच पर मौजूद लोगों की सूची भी तैयार की गई थी। यह सूची भी एसआइटी को सौंपी गई है। मानपुर पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के स्वत: संज्ञान के बाद एफआईआर दर्ज की है।
इसकी जांच एसआइटी को करना है, हाईकोर्ट ने एफआइआर के हिस्से को लेकर भी आपत्ति ली थी, हालांकि पुलिस ने जांच के दौरान हाईकोर्ट के आदेश के पालन की बात कही थी। अब एसआइटी पुलिस से वीडियो भी प्राप्त कर रही है, इसे मानपुर पुलिस तकनीकी जांच के लिए भेजने वाली थी। एसआइटी ने एफआईआर का ब्यौरा जुटाया है, एसपी इंदौर ग्रामीण हितिका वासल के साथ टीम मानपुर थाना पहुंची थी। मालूम हो कि, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने आइपीएस आइजी सागर प्रमोद वर्मा, डीआइजी विशेष सशस्त्र बल कल्याण चक्रवर्ती और एसपी डिंडोरी वाहिनी सिंह को एसआइटी में शामिल किया है। एसआईटी जिले के मानपुर थाने में दर्ज एफआईआर की जांच कर अपनी रिपोर्ट 28 मई तक तैयार करेगी।