माघ मास में गंगा स्नान परम पुनीत माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह वर्ष का 11वां महीना होता है, जो जनवरी में आता है। 2025 में 14 जनवरी से माघ माह की शुरुआत होगी और 12 फरवरी को इसका समापन हो जाएगा।
Magh Month 2025 Vrat Tyohar : माघ मास में गंगा स्नान परम पुनीत माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह वर्ष का 11वां महीना होता है, जो जनवरी में आता है। 2025 में 14 जनवरी से माघ माह की शुरुआत होगी और 12 फरवरी को इसका समापन हो जाएगा। पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस मास में स्वयं भगवान विष्णु गंगाजल में विराजमान रहते हैं। वैदिक ग्रंथों में पूरे माघ मास में पवित्र नदियों में स्नान, सूर्य उपासना और दान का बहुत महत्व बताया गया है। माघ मास का संबंध भगवान कृष्ण के माधव स्वरूप से है। इस मास में स्नान के नियम है। पानी में गंगाजल मिलाकर और काला तिल मिलाकर स्नान करने का विधान है। पूरे माघ माह में काला तिल जल में मिलाकर स्नान करने से स्वास्थ्य लाभ होता है। इस समय में व्यक्ति को तिल और गुड़ का सेवन अवश्य करना चाहिए।
माघ माह के व्रत और त्यौहार
14 जनवरी- मकर संक्रांति और पोंगल
15 जनवरी- बिहू
17 जनवरी- सकट चौथ और लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी है
21 जनवरी- कालाष्टमी
25 जनवरी- षटतिला एकादशी
27 जनवरी- मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत
29 जनवरी- माघी अमावस्या और मौनी अमावस्या
30 जनवरी- माघ गुप्त नवरात्र शुरू
1 फरवरी- विनायक चतुर्थी व्रत
2 फरवरी – बसंत पंचमी
4 फरवरी – नर्मदा जयंती
8 फरवरी- जया एकादशी व्रत
9 फरवरी- प्रदोष व्रत
12 फरवरी – माघ पूर्णिमा व्रत, कुंभ संक्रांति और गुरु रविदास जयंती
दान
आर्थिक तंगी से मुक्ति पाने के लिए इस महीने काली उड़द की दाल दान करें। ऐसा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।
दान
रोग और दोष से मुक्ति पाने के लिए शिवलिंग का काले तिल और जल से शिवलिंग का अभिषेक करें।