गर्मियों में तेज धूप और हानिकारक सूरज की किरणों से स्किन को प्रोटेक्ट करने के लिए सनस्क्रीन का अधिकतर लोग इस्तेमाल करते है। क्योंकि सनस्क्रीन स्किन को सन टैन, सन बर्न और डैमेज होने से बचाती है। पर क्या आप जानते है सनस्क्रीन लगाते समय अगर जरा सी भी सनस्क्रीन गलती से भी आंखों में चली जाती है तो यह आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है।
गर्मियों में तेज धूप और हानिकारक सूरज की किरणों से स्किन को प्रोटेक्ट करने के लिए सनस्क्रीन का अधिकतर लोग इस्तेमाल करते है। क्योंकि सनस्क्रीन स्किन को सन टैन, सन बर्न और डैमेज होने से बचाती है। पर क्या आप जानते है सनस्क्रीन लगाते समय अगर जरा सी भी सनस्क्रीन गलती से भी आंखों में चली जाती है तो यह आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है।
सनस्क्रीन आंखों में जाने से तेज जलन और चुभन होने लगती है। इसके अलावा यह आंखों के लिए बहुत खतरनाक हो सकती है। मार्केट में अधिकतर सनस्क्रीन में खास तत्व एवोबेनजोन पाया जाता है। यह यूवी किरणों
को रोकने में मदद करता है, लेकिन अगर आंखों में इसकी जरा सी भी मात्रा चली जाए तो जलन होने लगती है। आंखों में पानी आना, लाली, चुभन और असहजता इसके आम लक्षण है। सनस्क्रीन लगाते समय थोड़ा ध्यान रखने से इस समस्या से बचा जा सकता है।
कई लोग स्प्रे वाला सनस्क्रीन इस्तेमाल करते है, तो उसे सीधे चेहरे पर न छिड़कें। पहले अपने हाथों में लें और फिर धीरे धीरे चेहरे पर लगाएं। ऐसा करने से सनस्क्रीन आपकी आंखों में जाने से बच सकता है। अगर गलती से सनस्क्रीन आंखों में चली गई है तो सबसे पहले घबराएं नहीं।
तुरंत साफ पानी से आंख को धोएं। अगर संभव हो तो फिल्टर्ड या बोतलबंद पानी का इस्तेमाल करें। करीब 15 से 20 मिनट तक आंखें धोते रहें और बीच-बीच में झपकाना न भूलें। अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, तो आंख धोने से पहले उन्हें निकालना ज़रूरी है।
धोने के बाद भी थोड़ी जलन या लाली बनी रह सकती है, लेकिन यह कुछ घंटों में कम हो जाती है। आप ठंडे पानी की पट्टी रख सकते हैं और प्रिज़र्वेटिव-फ्री आई ड्रॉप्स इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर 24 घंटे बाद भी राहत न मिले, तो बिना देर किए किसी आई स्पेशलिस्ट से संपर्क करें।