ब्रिटेन के शाही इतिहास की एक चलती-फिरती झलक 'रॉयल ट्रेन' सेवा में देखने को मिलती है। राजशाही परंपरा की ‘रॉयल ट्रेन’ अब जल्द ही अंतिम बार स्टेशन से रवाना होगी।
‘रॉयल ट्रेन’ ट्रेन को महारानी विक्टोरिया ने 1869 में अपनी यात्राओं के लिए शुरू किया था। शाही महल के वित्तीय मामलों के प्रभारी जेम्स चाल्मर्स ने कहा, ‘‘भविष्य की ओर बढ़ते हुए हमें अतीत से बंधे नहीं रहना चाहिए। जिस तरह शाही परिवार के अन्य कामकाज आधुनिक हुए हैं, उसी तरह अब समय आ गया है कि हम इस परंपरा को सम्मानपूर्वक विदाई दें।’’ ‘रॉयल ट्रेन’ सेवा समाप्त करने के निर्णय की घोषणा शाही खर्चों पर पैलेस के वार्षिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान की गई है। इस ट्रेन का उपयोग ब्रिटिश शाही परिवार के सदस्य करते हैं। शाही परिवार भी अब नियमित रेल सेवाओं से यात्रा करेगा।
भव्य और विशेष रेलगाड़ी से इतिहास के पन्ने जुड़े हुए है। यह ट्रेन ब्रिटिश सम्राटों और शाही सदस्यों की गरिमा, परंपरा और सुरक्षा का प्रतीक है। शाही रेलगाड़ी कई दशकों से राष्ट्रीय जीवन का हिस्सा रही है, तथा इसमें शामिल सभी लोग इसे प्यार करते हैं और इसकी देखभाल करते हैं। जब आठ डिब्बों वाली इस शाही ट्रेन का संचालन बंद हो जाएगा, तो चार्ल्स और शाही परिवार के अन्य सदस्य दो नए हेलीकॉप्टरों पर निर्भर रहेंगे।
इसे लेकर ब्रिटेन में समय-समय पर आलोचना भी होती रही है कि टैक्सपेयर के पैसे से इतनी महंगी ट्रेन क्यों चलाई जाए। अब जब यह सेवा बंद होने जा रही है तो भी कई लोगों का मानना है कि यह शाही परंपरा और सुरक्षा के दृष्टिकोण से आज भी जरूरी है।