बिहार के बरौनी जंक्शन पर एक दर्दनाक हादसा हुआ है। एक रेल कर्मी की दर्दनाक मौत हुई है। हादसा उस वक्त हुआ, जब ट्रेन की कपलिंग की जा रही थी। इस दौरान रेल कर्मी इंजन एवं बोगी आ गया और उसकी मौके पर ही पिसकर मौत हो गई है।
पटना। बिहार के बरौनी जंक्शन पर एक दर्दनाक हादसा हुआ है। एक रेल कर्मी की दर्दनाक मौत हुई है। हादसा उस वक्त हुआ, जब ट्रेन की कपलिंग की जा रही थी। इस दौरान रेल कर्मी इंजन एवं बोगी आ गया और उसकी मौके पर ही पिसकर मौत हो गई है।
घटना के बाद बरौनी जंक्शन पर काफी देर तक अफरा तफरी का माहौल बना रहा। हैरानी की बात ये है कि इस घटना के बाद करीब दो घंटे तक रेल कर्मी का शव इंजन और बोगी के बीच फंसा रहा। काफी मशक्कत के बाद शख्स के शव को निकाला गया। घटना उस वक्त हुई जब गाड़ी संख्या15204 लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस बरौनी जंक्शन पर पहुंची थी।
बिहार के बरौनी जंक्शन पर रेलवे अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई।
गाड़ी संख्या 15204 के शंटिंग के दौरान शंटमैन की गई जान।
रेलवे प्रशासन व अधिकारियों की लापरवाही से हुई शंटमैन की मौत। #IndianRailways #Baraunijn #ViralVideos pic.twitter.com/SmUnSbXYiV
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— जनाब खान क्राइम रिपोर्टर (@janabkhan08) November 9, 2024
ट्रेन और इंजन की कपलिंग करवा रहे रेल कर्मी सौरभ कुमार बोगी और इंजन के बीच दब गए। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना के बाद लोको पायलट ट्रेन छोड़कर फरार हो गया। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद सौरभ कुमार के परिवार में चीख पुकार मच गई है।
कर्मचारियों से लिया जा रहा अधिक काम
इस घटना के बाद अब रेल कर्मचारियों ने आपत्ति जाहिर की है और कहा है कि रेलवे के द्वारा रेल कर्मचारियों से अधिक काम लिया जा रहा है। एक इंजन एवं ट्रेन की कपलिंग में चार कर्मचारियों की आवश्यकता होती है लेकिन वहीं एक कर्मचारी से काम लिया जा रहा है और इसी के चलते यह हादसा हुआ। जब इंजन ड्राइवर वापस इंजन को ला रहा था तो ना सिग्नल स्टाफ मौजूद थे और ना ही कोई अन्य स्टाफ।
मृतक शख्स की पहचान बरौनी कॉलोनी निवासी लगभग 40 वर्षीय अमर कुमार के रूप में हुआ। मृतक को अनुकंपा पर नौकरी मिली थी। उसके पिता भी रेलकर्मी थे और चार पांच वर्ष पूर्व उनकी मौत हो गई थी। जिनके जगह पर मृतक अमर को नौकरी मिली थी।
कैसे हुआ हादसा? इंजन छोड़कर भागा लोको पायलट
बताया जाता है कि इंजन और बोगी की कपलिंग के दौरान लोको पायलट ने इंजन को आगे बढ़ाने के बजाय पीछे कर दिया जिस कारण बोगी और इंजन के बीच दबने से रेलकर्मी की मौत हो गई। प्लेटफॉर्म पर खड़े लोगों ने घटना की सूचना लोको पायलट को दी। लोको पायलट इंजन को आगे पीछे करने की जगह रेल कर्मी को दबा छोड़कर ही भाग गया। वहीं घटना की सूचना पर जीआरपी एवं आरपीएफ पुलिस सहित रेल पदाधिकारी पहुंचकर पूरे मामले की जांच में जुट गये हैं। सोनपुर डीआरएम विवेक भूषण सूद भी घटनास्थल का जायज लिया। उन्होंने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जा रही है यदि स्टाफ की कमी की वजह से इसी घटना हुई है तो आगे ऐसी घटना ना हो इसलिए कमी को पूरा किया जाएगा।