1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. दिल्ली में शिक्षा क्रांति की जो मशाल हमने जलाई है उसे हम कभी बुझने नहीं देंगेः सीएम केजरीवाल

दिल्ली में शिक्षा क्रांति की जो मशाल हमने जलाई है उसे हम कभी बुझने नहीं देंगेः सीएम केजरीवाल

सीएम केजरीवाल ने दिल्ली के किराड़ी में दो नए स्कूलों का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, हमें रोकने की चाहे कोई लाख कोशिश कर ले लेकिन दिल्ली में शिक्षा क्रांति की जो मशाल हमने जलाई है उसे हम कभी बुझने नहीं देंगे। उन्होंने कहा, मेरे लिए बड़ी बात है कि सरकारी स्कूलों से गरीबों में उम्मीद जागी है।

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। सीएम केजरीवाल ने दिल्ली के किराड़ी में दो नए स्कूलों का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, हमें रोकने की चाहे कोई लाख कोशिश कर ले लेकिन दिल्ली में शिक्षा क्रांति की जो मशाल हमने जलाई है उसे हम कभी बुझने नहीं देंगे। उन्होंने कहा, मेरे लिए बड़ी बात है कि सरकारी स्कूलों से गरीबों में उम्मीद जागी है। एक टाइम था सरकारी स्कूलों में गरीबों को मजबूरी में अपने बच्चों को स्कूल में भेजना पड़ता था, पैसे नहीं थे, ना उम्मीद थी कि सरकारी स्कूलों में पढ़-लिखकर कुछ बनेगा बच्चा। आज चार सरकारी स्कूलों के उद्घाटन के उपलक्ष्य में इतनी भीड़ इकट्ठी हुई है, ये मेरे लिए बड़ी बात है, गरीबों में उम्मीद जागी है।

पढ़ें :- कन्हैया कुमार ने सुनीता केजरीवाल से की मुलाकात, कहा-चुने हुए मुख्यमंत्री को साजिशन जेल में डाल गया, जनता देगी जवाब

सीएम केजरीवाल ने कहा कि, सरकारी स्कूल के बच्चे में आत्मविश्वास आ गया, आज प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के सामने कॉलर ऊंचा करके खड़ा है सरकारी स्कूल का बच्चा। सरकारी स्कूलों के नतीजे प्राइवेट स्कूलों से बेहतर आने लगे हैं। एक साथ 10,000 बच्चों की शिक्षा का इंतज़ाम किया जा रहा है। एक साल बाद उद्घाटन करने आऊंगा। आपके विधायक, ऋतुराज जी को भी बड़ा श्रेय जाता है। इन्होंने डीडीए के पीछे पड़कर ये ज़मीन ली है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा, 10 स्कूल थे पहले किराड़ी विधान सभा में, उनकी बुरी हालत थी, पहले उन 10 को शानदार बनाया, वहां बच्चे अच्छे से पढ़ रहे हैं। अब 10 और बन रहे हैं, 4 का आज शिलान्यास हुआ। कुल मिलाकर 20 सरकारी स्कूल हो जाएंगे किराड़ी में। उसके बाद शिक्षा की कोई समस्या नहीं होगी। पूरी दिल्ली में जहां-जहां स्कूलों की कमी है वहां-वहां बनाएंगे। साथ ही कहा, ये संभव हो पाया क्योंकि दिल्ली सरकार का बहुत बड़ा बजट हम शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च करते हैं।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...