दीवाली का त्यौहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर आतिशबाजी और पटाखे भी जला कर दीवाली की रात का जश्न मनाया जाता है। ऐसे में बच्चों और कभी कभी बड़ों को जलने या झुलसने का डर रहता है।
What to do if you get burnt by firecrackers: दीवाली का त्यौहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर आतिशबाजी और पटाखे भी जला कर दीवाली की रात का जश्न मनाया जाता है। ऐसे में बच्चों और कभी कभी बड़ों को जलने या झुलसने का डर रहता है। बच्चों से लेकर बड़े तक सभी दीपावली पर जमकर पटाखे फोड़ते हैं। छुरछुरी से लेकर बम तक दिवाली पर इन्हें फोड़ना बच्चों के लिए खासा एक्साइटमेंट का विषय होता है। पर इस दौरान बहुत सावधानी बरतनी की जरूरत पड़ती है। दीपावली में पटाखे जलाते वक्त होने वाला छोटा सा हादसा जानलेवा हो सकता है।
पटाखो और आतिशबाजी से बच्चों को दूर रखने की सलाह दी जाती है। सावधानी को बरतते हुए पटाखे आदि जलाने चाहिए। अगर अचानक से किसी प्रकार का चिंगारी या झुलस जाय तो सबसे पहले क्या करना चाहिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं पहला काम क्या करना चाहिए।
मामूली जला होने पर आपको सबसे पहले जो करना चाहिए, वह है जले हुए हिस्से को लगभग 20 मिनट तक ठंडे पानी में डुबोए रखें। फिर जले हुए स्थान को हल्के साबुन और पानी से धो लें।
जले हुए स्थान पर साफ गीला कपड़ा रखने से दर्द और सूजन को दूर करने में मदद मिलता है। आप 5 से 15 मिनट के अंतराल में जले घाव को ठंडा सेक लगा सकते हैं। लेकिन कोशिश करें कि अत्यधिक ठंडे कंप्रेस का उपयोग न करें क्योंकि वे जलन को और अधिक बढ़ा सकते हैं।
अध्ययनों से पता चलता है कि एलोवेरा पहली से दूसरी डिग्री की जलन को ठीक करने में प्रभावी है। एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण मौजूद होते हैं, इसके साथ ही यह सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है, और बैक्टीरिया के विकास को रोकता है। ऐसे में एलोवेरा की पत्तियों से जेल निकालकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाना फायदेमंद साबित हो सकता है। यदि आप किसी स्टोर से एलोवेरा खरीदते हैं, तो सुनिश्चित करें कि उसमें एलोवेरा की मात्रा अधिक हो।
शहद मीठे स्वादिष्ट स्वाद के अलावा मामूली जलन को ठीक करने में मदद कर सकता है। शहद एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण मौजूद होते हैं। इसके अलावा यह एंटी बैक्टीरियल और एंटिफंगल है, जिससे जला घाव पकता नहीं है।
ज्यादातर लोग जलने पर नारियल तेल या बर्फ लगाते हैं। लेकिन इससे समस्या और भी बढ़ सकती है। साथ ही जलने पर टूथपेस्ट, घी, एग व्हाइट, बर्फ का उपयोग भी नुकसादायक होता।
अगर आप हल्का झुलस गए हैं तो उस जगह पर तुलसी के पत्तों का रस लगा लें। इससे जलन कम होगी और जले का निशान भी नहीं पड़ेगा। अगर घाव ज्यादा है तो इसका ज्यादा उपयोग करने से बचें।
जले पर कच्चे आलू का रस भी लगाया जाता है। ये काफी ठंडा होता है इससे जलन शांत होगी और आपको काफी आराम मिलेगा।