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Srjan-Sangharsh Aur Shakhsiyat : रचना,सृजन और संघर्ष से बनी शख्सियत , प्रो.संजय द्विवेदी की पत्रकारीय पारी के तीन दशक

प्रोफेसर संजय द्विवेदी की लेखनी को किसी परिधि में बांधना संभव नहीं है। 1994 में भोपाल के दैनिक भास्कर  से अपनी सक्रिय पत्रकारिता प्रारंभ करने वाले प्रोफेसर द्विवेदी इस क्षेत्र में तीन दशक पूरे कर चुके हैं। इस दौरान उनके हिस्से 35 से अधिक किताबें, विपुल लेखन के साथ मीडिया शिक्षा और पत्रकारिता क्षेत्र में उनकी नेतृत्वकारी भूमिकाएं  रेखांकित किए जाने योग्य है।

By अनूप कुमार 
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